हैदराबाद 11 अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से संकट के समय एक दूसरे की मदद के लिए संस्थागत दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि कोविड महामारी ने हमें सतर्क किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज हैदराबाद में संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस को वीडियो क्रॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक संगठन हर क्षेत्र में संसाधनों को अंतिम छोर तक ले जाने में नेतृत्व कर सकते हैं।उन्होने कहा कि आपसी सहयोग और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटा जा सकता है। किया।
उन्होंने कहा कि सरकार देश के अंतिम छोर के व्यक्ति को सशक्त करने के लिए अंत्योदय की भावना पर तेजी से काम कर रही है। प्रौद्योगिकी को जन कल्याणकारी बताते हुए उन्होने कहा कि 45 करोड़ लोगों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराई गईं हैं और 13 करोड़ 50 लाख लोगों का बीमा कराया गया है। समावेश और प्रगति को आगे बढ़ाने में भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी को महत्वपूर्ण बताते हुए श्री मोदी ने प्रधानमंत्री गतिशक्ति मास्टर प्लान और डिजिटल महासागर प्लेटफॉर्म जैसे कार्यक्रमों के उदाहरण दिये।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्धाटन किया। उन्होंने सुझाव दिया कि उभरते भू-स्थानिक सूचना क्षेत्र में सभी हितधारकों को अनुसंधान को मजबूत करना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि इन प्रयासों में भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भू-स्थानिक अर्थव्यवस्था अपनी तेज वृद्धि के कारण वर्ष 2025 तक 63 हजार करोड़ रुपये के आकड़े को पार कर जाएगी।इस सम्मेलन में दो हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
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