छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय के छापे में बड़ी मात्रा में नकदी और सोना बरामद हुआ है. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार जिन वरिष्ठ अधिकारियों के यहां छापे मारे गए थे, उनमें से कुछ के यहां कई दस्तावेज मिले हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों, व्यवसायियों के परिसरों पर कल की छापेमारी के दौरान 4 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं. बेहिसाब आभूषण और सोना भी बरामद हुआ है. कुछ वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के परिसरों से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं.
कथित आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी बताए जा रहे सरकारी अधिकारियों के बारह से अधिक स्थानों पर ईडी छत्तीसगढ़ में छापेमारी की थी. आईएएस अधिकारी जेपी मौर्य और रानू साहू के परिसर उन लोगों में शामिल हैं जिनके घर पर केंद्रीय धन शोधन रोधी एजेंसी ने छापेमारी की. ईडी की टीम भी तीन आईपीएस अधिकारियों के परिसर में हुई. इससे पहले जब छापे मारे गए थे, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे ‘राजनीतिक छापेमारी’ करार दिया था. छापेमारी मंगलवार सुबह तड़के शुरू हुई
Enforcement Directorate has recovered Rs 4 cr in cash during yesterday's raids at the premises of some senior officials, businessmen in Chhattisgarh; unaccounted jewellery & gold also seized. Incriminating documents recovered from premises of some senior IAS officers. pic.twitter.com/vpxwk35WG1
— ANI (@ANI) October 12, 2022
किन अधिकारियों के ठिकानों पर पड़ा था छापा
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को सुबह छत्तीसगढ़ में एक साथ 12 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी ने यह कार्रवाई मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी अफसरों पर ठिकानों पर की थी. जिन लोगों के ठिकाने पर ईडी ने छापे मारे थे, उनमें कई आईएएस अधिकारी और कुछ कारोबारी शामिल थे. ईडी की टीमों ने रायगढ़ के कलेक्टर रानू साहू, खनन विभाग के निदेशक और आईएएस अधिकारी जेपी मौर्या, मार्कफेड के एमडी और आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई, सूर्यकांत तिवारी आदि शामिल हैं. ईडी की टीमें ओडिशा और और पश्चिम बंगाल की गाड़ी में छत्तीसगढ़ पहुंची थीं. सूत्रों के मुताबिक अवैध माइनिंग को लेकर कुछ समय पहले ईडी ने कुछ समय पहले भी छापेमारी की थी. उसमें मिले सबूतों के आधार पर छापेमारी की यह कार्रवाई की गई.
अगस्त ने आयकर विभाग ने मारे थे छापे
आयकर विभाग ने तीन अगस्त को रायपुर, कोरबा और रायगढ़ में स्टील और पावर प्लांट से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिन पर कार्रवाई हुई थी, उनमें एचएसआर रोलर, नूतन इस्पात, ग्रेविटी फेरस, धनकुंड स्टील के मालिक धीरज सुराना, भवानी मोल्डर्स के सुनील अग्रवाल और निर्माण टीएमटी के मालिक राजेश तोला के रायपुर, कोरबा, रायगढ़ के ठिकाने शामिल थे. इसके दो दिन बाद ही प्रवर्तन निदेशालय ने रायपुर, दुर्ग-भिलाई और राजनांदगांव के कुछ कपड़ा और ज्वेलरी कारोबारी के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था.