दुनियाभर में लोग कहीं भी दर्द होने पर पेरासिटामोल खा लेते हैं। जी हाँ और यह उनके आदत में शुमार दवाई है। इसको लोग बिना डॉक्टर की सलाह के ही अक्सर इस्तेमाल करते हैं। हालांकि पैरासिटामोल दर्द में, बुखार में काम करती है लेकिन इस दवा का इस्तेमाल परेशानी और खतरा भी दे सकता है। जी दरअसल हाल ही में हुई एक रिसर्च में दावा किया गया है कि प्रेग्नेंसी में पैरासिटामोल का इस्तेमाल बच्चे के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
जी हाँ, नेचर जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रेग्नेंट महिलाओं को पैरासिटामोल नहीं खानी चाहिए क्योंकि इसकी वजह ये है कि प्रेग्नेंसी में पैरासिटामोल खाने से पेट में पल रहे बच्चे के विकास में बाधा आ सकती है। सामने आने वाली एक रिपोर्ट के मुताबिक पेरासिटोमोल के असर के कारण पेट में पल रहे बच्चे में दिमाग संबंधी न्यूरोडेवलपमेंट, रिप्रोडक्टिव (प्रजनन) और यूरोलॉजिकल (मूत्र प्रणाली) डिसऑर्डर पैदा हो सकता है। केवल यही नहीं बल्कि रिसर्च में कहा गया है कि हम कहना चाहते हैं कि गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था की शुरुआत में सावधानी बरतनी चाहिए।
इसके अलावा रिसर्च में कहा गया है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को पेरासिटामोल का इस्तेमाल बिल्कुल छोड़ देना चाहिए। जब तक किसी बड़ी जटिलता में डॉक्टर सलाह न दें तब तक पेरासिटामोल का इस्तेमाल न करें। अगर इसकी जरूरत भी पड़े तो इसकी सीमित मात्रा लें। सामने आने वाली रिपोर्ट के मुताबिक 91 वैज्ञानिकों ने पेरासिटामोल के प्रेग्नेंसी में इस्तेमाल को लेकर शोध किया, उसके बाद पाया गया कि प्रेग्नेंसी में पेरासिटामोल का सेवन घातक हो सकता है। जी दरअसल रिसर्च में ये बात सामने आई है कि प्रेग्नेंसी के दौरान पेरासिटामोल का इस्तेमाल करने से बच्चों में तंत्रिका संबंधी विकार पैदा हो जाते हैं।