नई दिल्ली 18अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी,अवैध शिकार और संगठित अपराधों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोगका आह्वान किया है।
श्री मोदी ने आज यहां 90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब खतरे वैश्विक हैं,तो प्रतिक्रिया स्थानीय नहीं हो सकती क्योंकि ये खतरे पहले की तुलना में ज्यादा तेज और परिवर्तनशील हैं।उन्होने कहा कि आपराधिक गतिविधियों के सुरक्षित पनाहगाहों के खातमे के लिए वैश्विक समुदाय को औरभी तेजी से काम करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि भ्रष्ट, आतंकवादियों, मादक पदार्थों के तस्करों, अवैधशिकार करने वाले गिरोहों या संगठित अपराध के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं हो सकती है।
उन्होने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खतरों का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व द्वारा इन खतरोंको मानने से कई दशक पहले भारत इनका मुकाबला कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के लोग सुरक्षा और संरक्षा की कीमत जानते हैं क्योंकि हजारों लोगों ने इस लड़ाई में अपना बलिदान दिया है।उन्होने कहा कि आतंकवाद से अब केवल भौतिक रूप में ही नहीं लड़ा जाताबल्कि यह साइबर खतरों और ऑनलाइन कट्टरवाद के रूप में तेजी से फैल रहा है। उन्होंने इस खतरे से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय रणनीति को और विकसित करने की आवश्यकता दोहराई।
श्री मोदी ने पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉलबनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया को सुरक्षित और संरक्षित रखना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।वैश्विक खतरों से निपटने में इंटरपोल की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होने आशा व्यक्त की कि 90वीं इंटरपोल महासभा अपराध, भ्रष्टाचारऔर आतंकवाद से निपटने के लिए एक प्रभावी और सफल मंच साबित होगा।
इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह, इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद नसर अल रईस, इंटरपोल के महासचिव जुर्गन स्टॉक, सीबीआई निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।