नई दिल्ली 08दिसम्बर।राष्ट्रीय हरित अधिकरण(एनजीटी) ने दिल्ली में पिछले वर्ष मार्च में विश्व सांस्कृतिक उत्सव के आयोजन में यमुना नदी के आस पास के क्षेत्र को हुये नुकसान के लिए श्री श्री रविशंकर के संगठन आर्ट ऑफ लिविंग को जिम्मेदार ठहराया है।
न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता में एनजीटी ने कल आर्ट ऑफ लिविंग पर और ज्यादा पर्यावरण हर्जाना लगाने से हालांकि इंकार कर दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग ने जो पांच करोड़ रुपये जमा किये है उसे यमुना तट के पुररूद्धार पर खर्च किया जाए।
पीठ ने कहा कि इस कार्य के लिए अगर पांच करोड़ से ऊपर खर्च आता है तो उसे आर्ट ऑफ लिविंग से वसूल किया जाएगा।