नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में फंसे भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम की बढ़ने वाली है मुश्किले..
नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में फंसे भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम की मुश्किल बढ़ने वाली है। जमशेपुर पुलिस छत्तीसगढ़ पुलिस के संपर्क में है। जमशेदपुर के सिटी एसपी के. विजय शंकर ने बताया कि इस प्रकरण के पांच आरोपितों के विरूद्ध जमशेदपुर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। ब्रम्हानंद समेत अन्य पांच के विरूद्ध शीघ्र आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी की जा रही है। पूर्व विधायक ब्रम्हानंद को भाजपा ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया है।
कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया था कि ब्रम्हानंद पर झारखंड के जमशेदपुर के टेल्को थाने में पाक्सो एक्ट और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज है। उन्होंने इसकी जानकारी निर्वाचन आयोग को दिए शपथ पत्र में छिपाई है। कांग्रेस के आरोप के बाद यहां राजनीति में उबाल आ गया है। सोमवार को कांग्रेस ब्रम्हानंद का नामांकन निरस्त करने की मांग को लेकर निर्वाचन आयोग पहुंच गई। छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले ने कहा कि कांग्रेस की शिकायत का परीक्षण किया जा रहा है। भाजपा ने ब्रम्हानंद का बचाव किया है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि मतदान से कुछ दिन पहले कांग्रेस ने ओछी मानसिकता दिखाई है। यही इनका चरित्र है।
बचपन में जीजा ने किया दुष्कर्म, फिर लगातार शिकार होती रही
जमशेपुर के न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष धारा 164 के तहत दिए बयान में पीड़िता ने बताया है कि उसके माता पिता नहीं हैं। जब वह नौ वर्ष की थी तभी टेल्को में जीजा ने दुष्कर्म किया। कोलकाता में बहन के घर गई तो उसने एक आंटी के पास बेच दिया। वहां से भागकर हावड़ा पुलिस के पास पहुंची तो उसे बाल गृह भेज दिया गया।
वहां से रांची आश्रम गई। वहां से मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट भेजा गया। वहां टेल्को वाली बहन उसे वहां से दोबारा अपने घर ले गई। उससे घरेलू काम कराया जाता था। जीजा हमेशा दुष्कर्म किया करता। बहन ने अपने परिचित रवि रंजीत सिंह के साथ रायपुर भेज दिया। यहां आरोपितों ने उसकी तस्वीर खींच ली और आठ लोगों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। यहां से आरोपित उसे झारसुगुड़ा ले गए। पीड़िता लगातार दुष्कर्म का शिकार होती रही।
चार पुलिस वालों ने भी उसका शोषण किया था। उसे एक होटल में रखा गया था। होटल वालों ने पुलिस को फोन किया। बागबेड़ा पुलिस ने उसका रेस्क्यू किया था। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद टेल्को पुलिस ने जांच शुरू की तो दस आरोपितों के नाम सामने आए। जांच में पता चला कि जमशेदपुर, झारसुगुड़ा व रायपुर में पीड़िता शोषण का शिकार हुई।
पुलिस ने टेल्को की प्रतिमा देवी, सुखदेव गोराई, सोनारी के रवि रंजीत सिंह, रायपुर के शीतल महतो उर्फ सपना महतो व एक अन्य को गिरफ्तार किया था। जमशेदपुर पुलिस पीड़िता को लेकर रायपुर पहुंची थी। जांच में ब्रम्हानंद नेताम, भोपाल के करण सिंह, महासमुंद के सुरेंद्र कुमार, दीपांकर सिन्हा, नरेश सोनी व पुलिसकर्मी केशव सिन्हा का नाम सामने आया।