रायपुर 17 जनवरी।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि श्रीराम कथा हमें मर्यादा में रहना सिखाती है।भगवान राम का जीवन हमारे समाज के लिए एक आदर्श है। श्री राम के जीवन के हर पहलु से एक नई सीख मिलती है। उनका जीवन हमारा सही मार्गदर्शन करता है।
सुश्री उइके आज यहां श्री राम कथा आयोजन के कार्यक्रम में शामिल हुईं।उन्होंने आयोजन में शामिल होकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से स्वागत किया।राज्यपाल ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है कि आचार्य शास्त्री जैसे विद्वान संत का आगमन हुआ और उनका आशीर्वाद प्रदेश के लोगों को मिला।
राज्यपाल ने कहा कि श्रीराम कथा हमें मर्यादा में रहना सिखाती है।भगवान राम का जीवन हमारे समाज के लिए एक आदर्श है।श्री राम के जीवन के हर पहलु से एक नई सीख मिलती है। उनका जीवन हमारा सही मार्गदर्शन करता है।राज्यपाल ने बताया कि भगवान राम ने न केवल एक शिष्य के रूप में बल्कि एक पुत्र के रूप में, भाई के रूप में तथा राजा के रूप में भी समस्त मानवजाति का मार्गदर्शन किया है।
सुश्री उइके ने बताया कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम एक आदर्श के रूप में हर व्यक्ति के दिलों में विद्यमान हैं। उन्होंने मर्यादा की रक्षा के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया। हमें भगवान राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने चाहिए और एक बेहतर समाज और आपसी सद्भाव का वातावरण बनाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।जहां सबके लिए विकास और उन्नति का साधन हो। साथ ही राज्यपाल ने कहा कि जीवन में आने वाली परेशानियों एवं कष्टों के निवारण के लिए सच्ची श्रद्धा के साथ भगवान का स्मरण करें और विद्वान एवं सिद्ध संत महात्माओं के दिखाए सत्य के मार्ग का अनुसरण करें।
इस अवसर पर गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास, विधायक विकास उपाध्याय, हनुमान मंदिर गुढ़ियारी ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा श्री रामकथा आयोजन समिति के सदस्य तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं श्रोतागण उपस्थित थे।