रायपुर 16 फरवरी।छत्तीसगढ़ के घुर नक्सल इलाके बस्तर में तीन कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद इसे साजिश करार देने की भाजपा की कोशिशों के बीच इन मामलों की जांच के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक ने राष्ट्रीय जांच एजेन्सी(एनआईए) को पत्र लिखा हैं।
पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने आज एनआईए के महानिदेशक को पत्र लिखकर नक्सलियों द्वारा अलग अलग दिनों की गई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के मामलों की जांच के लिए अनुरोध किया हैं।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही कह चुके है कि वह इस घटनाओं की किसी भी एजेन्सी से जांच करवाने को तैयार हैं।
भाजपा नेताओं द्वारा इन घटनाओं को लेकर सत्तारूढ़ दल पर साजिश कर आरोप लगाया जा रहा है।आज इसे लेकर भाजपा द्वारा जगदलपुर में भाजपा द्वारा आईजी कार्यालय के सामने धरना दिया गया जबकि कल 17 फरवरी को बस्तर की 12 विधानसभाओं को छोड़कर शेष 78 में तीन घंटे सड़क जाम करने की योजना हैं।प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद अरूण साव इस मामले को लोकसभा में उठा चुके है,और उन्होने कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश की हैं।
दरअसल राज्य सरकार द्वारा जांच के लिए एनआईए को जांच के लिए पत्र लिखकर भाजपा के इन घटनाओं को लेकर चुनावी वर्ष में साजिश का आरोप लगाकर घेरने की कोशिशों का एक तरह से करारा जवाब दिया गया हैं।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि सत्ता में रहते तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह नक्सल वारदातों पर राजनीति नही करने की सीख देते थे लेकिन अब विपक्ष में रहते उनका नजरिया बदल गया है।
श्री बघेल के अनुसार राज्य पुलिस पहले ही मामले की जांच कर रही हैं पर,जिस तरह की राजनीति भाजपा कर रही है इससे जरूरी हो गया कि जांच के लिए एनआईए से अनुरोध किया जाय।उन्होने कहा कि लेकसभा चुनावों के दौरान दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों द्वारा हत्या की गई,पुलिस जांच कर ही रही थी कि केन्द्र ने मामला एनआईए को सौंप दिया।अब तक जांच में क्या हुआ पता नही है।लग रहा था इन मामलों की जांच एनआईए को सौंपने की भाजपा नेता पहल करेंगे पर जब वह केवल राजनीति में जुटे हुए है तो राज्य सरकार ने स्वयं पहल करते हुए एनआईए को जांच के लिए पत्र लिखा है। अब भाजपा को एनआईए की जांच पर भरोसा करना चाहिए।