रायपुर 21 फरवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में केन्द्रीय एजेन्सियों की लगातार पूछताछ के नाम पर थर्ड डिग्री कार्रवाईयों पर केन्द्र द्वारा शिकायतों को नजरदांज किए जाने के बाद अब न्यायालय से गुहार की जायेंगी।
श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि केन्द्रीय एजेन्सियों खासकर प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) कूटरचित डायरी के जरिए लगातार नेताओं और अधिकारियों को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित कर रही हैँ।ईडी द्वारा थर्ड डिग्री के जरिए जबरिया अपनी बात मनवाने की कोशिश हो रही है।आठ-आठ दिनों तक कब्जे में पूछताछ के लिए रखा जा रहा है।भोजन नही करने दिया जा रहा है,अगर भोजन दिया जा रहा है तो पानी नही दिया जा रहा है।राड से पिटाई हो रही है।
उन्होने कहा कि इससे साफ है कि उनके पास कोई तथ्य नही है और जबरिया अपनी बात को वह मनवाने की कोशिश कर रहे है।उन्होने कहा कि राज्य सरकार इस बारे में केन्द्रीय गृह मंत्रालय को लिखित में सूचित कर चुकी है और गृह मंत्री को भी बताया जा चुका है,पर ईडी का रवैया पूर्ववत है।ईडी की इस तरह की गैर कानूनी कार्रवाई के खिलाफ अब न्यायालय की शरण में जाना मजबूरी हैं।उन्होने कहा कि राजनीतिक उद्देश्यों के लिए काम करने से ईडी की प्रतिष्ठा खत्म होती जा रही है।
श्री बघेल ने दावा किया कि ईडी ने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए छापे का पूरा कार्यक्रम तय कर लिया है।जिन जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है और भाजपा की स्थिति कमजोर है,वहां पर वह सक्रिय होंगी।उन्होने कहा कि भाजपा नेता जिस तरह से ईडी की कार्रवाईयों पर बयान जारी कर रहे है,उससे उनके गठजोड़ की पुष्टि होती है।उन्होने पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह पर ईडी की कार्रवाईयों की तरफदारी करने पर तंज कसा।
उन्होने भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत के छापे को लेकर आक्रामक रूख अपनाने पर उन्हे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब वह रायपुर आया था तो कितनी सम्पत्ति उसके पास थी।एक प्रिंटिंग प्रेस और टूटी मोटर साईकिल थी।विधायक बना फिर मंत्री बन गया,और आज उसके पास कितनी सम्पत्ति है।परिवार की एक शादी में हाल ही में करोड़ों का खर्च हुआ कहां से पैसा आया।इनकी जांच ईडी नही करेंगी।