नई दिल्ली 16 जनवरी।केन्द्र और जम्मू-कश्मीर सरकार ने राज्य में सामान्य स्थिति कायम करने के लिए शिक्षा का उपयोग साधन के रूप में करने का निर्णय लिया है।
केन्द्र और राज्य सरकार ने कल यहां केन्द्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की 65वीं बैठक में इस आशय के सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किए।केन्द्र और जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस बारे में कई उपायों का फैसला किया है।इनमें 18 जनवरी से राज्य के नौ हज़ार से दस हज़ार विद्यार्थियों का शैक्षिक आदान-प्रदान कार्यक्रम और राज्य के स्कूलों में सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्लेटफॉर्म स्थापित करना शामिल है।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इस अवसर पर कहा कि इस कार्यक्रम के तहत जम्मू कश्मीर के विद्यार्थियों के पहले दल को दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह देखने का अवसर मिलेगा।विभिन्न राज्यों के साथ जम्मू कश्मीर के छात्र उस राज्य में जाएंगे, उस राज्य के छात्र जम्मू कश्मीर में जाएंगे। जो एक भारत श्रेष्ट भारत की जो हमारी कल्पना है उसी के तहत यह भी कार्यक्रम होगा और अभी 26 जनवरी को पांच सौ पचास छात्र जम्मू कश्मीर से यहां आएंगे और फिर यहां के भी वहां छात्र जाएंगे।