रायपुर 20 अप्रैल।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर 1992 से आरक्षण से वंचित छत्तीसगढ़ के महार/मेहरा/मेहर जाति को छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने का आग्रह किया है।
डा.सिंह ने श्री शाह को आज लिखे पत्र में कहा हैं कि छत्तीसगढ़ राज्य में महारा/महरा जाति को छत्तीसगढ राज्य अनुसूचित जाति की सूची के सरल कमांक 33 में महार/मेहरा/मेहर के साथ प्रतिस्थापित करने हेतु समाज के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन प्रस्तुत किया है। उन्होंने विशेष ध्यान देते हुए उल्लेखित किया कि छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में महारा समुदाय की जनसंख्या लगभग छह लाख से अधिक है, जो वर्ष 1992 से आरक्षण से वंचित हैं।
उन्होने श्री शाह को पत्र में अवगत करवाया हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार ने महरा, माहरा समुदाय को छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जातियों की सूची में महार, मेहरा, मेहर की पर्यायवाची के रूप में शामिल करने की अनुशंसा प्रस्ताव चार बार किया है, एवं प्रक्रिया अनुसार भारत के महारजिस्ट्रार एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने प्रस्ताव का परीक्षण कर सहमति व्यक्त कर दी है। जिसमें कि भारत सरकार राजपत्र 18 दिसम्बर 02 अनुसार पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश सरकार में महार, मेहरा, मेहर, महारा को अनुसूचित जाति की श्रेणी में रखने की मान्यता प्रदान कर दी है।
डा.सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से संविधान के अनुच्छेद 341 (2) के परिपेक्ष्य में प्रस्ताव संसद के विचारार्थ एवं पारित करने हेतु विधेयक के रूप में प्रसंस्कृत किये जाने के लिए विधेयक संसद में प्रस्तुत करने हेतु निर्देश देने का आग्रह किया हैं।