रायपुर 09 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) पर भाजपा के एजेन्ट में रूप में काम करने का आरोप दोहराते हुए उसे कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के पास छापे में मिली चल अचल सम्पत्ति का ब्योरा जारी करने को कहा है।
श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि ईडी ने उनके आरोप के बाद जारी विज्ञप्ति में कांग्रेस विधायकों और अधिकारियों की समपत्ति अटैच करने की एक सूची जारी की जिसमें अलग अलग की बजाय सभी का शामिलात ब्योरा दिया है।उन्होने कहा कि ईडी ने घोटाला की रकम इतनी ज्यादा बताई और अटैच सम्पत्ति का मूल्य बहुत कम।आखिर घोटाला हुआ तो पैसा कहीं न कहीं तो गया।उन्होने कहा कि ईडी की मर्जी है वह चाहे तो जिस घोटाले को दो हजार करोड़ का बता रही है उसमें एक शून्य और बढ़ाकर 20 हजार करोड़ कर दे।
उन्होने कहा कि रमन सरकार में 2017-18 में आबकारी से राजस्व 3900 करोड़ मिला था तो उनकी सरकार के समय बढ़कर 2022-23 में छह हजार करोड़ हो गया,लेकिन इसमें ईडी को घोटाला नजर आता है।उन्होने कहा कि राजस्व डेढ़ गुना बढ़ गया तो हानि कैसे हुई,जबकि इस दौरान कोरोना काल भी आया।उन्होने कहा कि बेहतर वित्तीय प्रबन्धन से उनकी सरकार ने आय में इजाफा किया और उसे जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत जनता में भी बांटा।
भाजपा की पिछली रमन सरकार को आडे हाथों लेते हुए श्री बघेल ने कहा कि डा.रमन सिंह ने 15 वर्ष के अपने कार्यकाल में सरकारी धन को अपने लोगो को बांटने का कार्य किया.उनके कार्यकाल में नान घोटाला हुआ,इन्दिरा प्रियदर्शनी बैंक डिफाल्टर हुई,चिटफंड घोटाला हुआ,इनके पैसे की मनी लांड्रिंग हुई लेकिन ईडी इसकी जांच करने को तैयार नही है।उन्होने कहा कि उनकी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत सीधे जनता के खातों में पैसा पहुंच रहा है और लोग खुश है।भाजपा राजनीतिक रूप से कांग्रेस सरकार से लड़ नही पा रही है तो ईडी और आईटी के बूते पर सत्ता में वापसी करने की जुगत में लगी है।
श्री बघेल ने कहा कि जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत है।वह ईडी एवं ईटी के जरिये हो रहे खेल को देख रही है।उन्होने दोहराया कि भाजपा कितना भी कर ले,लेकिन सच्चाई छत्तीसगढ़ की जनता अच्छी तरह से जानती है।कांग्रेस गीदडभड़की से न तो डरने वाली है और न ही परेशान होने वाली है।वह इस तरह की हरकतों से कांग्रेस को डरा नही सकते।