रायपुर 28 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई दिल्ली में धरना दे रही महिला पहलवानों के साथ पुलिस के बर्ताव और उनकी गिरफ्तारी की तीखी आलोचना की हैं।
श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिन बेटिंयों ने विदेशों में हिन्दुस्तान के तिरंगे को फहराया और मेडल जीत कर लाई,उन्हे सड़कों पर घसीट घसीट कर जेल में डाला गया और दूसरी ओर पास्कों एक्ट का आरोपी बृजभूषण खुले आम घूम रहा है।यानी अंधेर नगरी चौपट राजा..।
उन्होने सेंगोल को सत्ता के हस्ताऩ्तरण का प्रतीक बताए जाने पर करारा वार करते हुए आज कहा कि सत्ता का हस्ताऩ्तरण किसको..लोकतंत्र से तानाशाह को या फिर लोकतंत्र से राजतंत्र को..यह बड़ा सवाल हैं।श्री बघेल ने कहा कि विपक्ष ने नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से करवाने की मांग की थी अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसा करते तो उनका कद छोटा नही होता।उन्होने कहा कि सेंगोल की तरफदारी करते जो संगठन और जो लोग जिन्दगी भर नेहरू जी की आलोचना करते रहे वह सभी सिंगोल को लेकर नेहरू जी को याद कर रहे है।
उन्होने कहा कि आजादी के जिस समय का उल्लेख किया जा रहा है,उस समय सैकड़ो वर्षों तक देश पर राज करने ब्रिटिश जा रहे थे और सत्ता का हस्तान्तरण देशवासियों को हो रहा था लेकिन आज कौन सी सत्ता का हस्तान्तरण हो रहा है।उन्होने कहा कि न तो संसद में सत्ता का हस्तान्तरण हो रहा है और न ही नए प्रधानमंत्री आ रहे है तो फिर सत्ता का हस्तान्तरण किसको.. लोकतंत्र से तानाशाह को या फिर लोकतंत्र से राजतंत्र को..।
उन्होने कहा कि मोदी सरकार जो कहती है,आचरण उसके ठीक विपरीत करती है।उन्होने कहा कि किसानों की आय दोगुनी का वादा था,आय तो दोगुनी हुई नही उनका खर्च जरूर दोगुना हो गया। महिलाओं को धुएं से राहत दिलाने के लिए उज्जवला योजना का खूब जोरशोर से प्रचार हुआ,लेकिन बढ़ती महंगाई और गैस की बेतहाशा बढ़ी कीमतों से उनके आंखों में आंसू आ रहे है।दो करोड़ युवाओं को प्रति वर्ष रोजगार देने का वादा था,लेकिन 60-70 हजार भी प्रति वर्ष नही दे पा रहे है।