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तुष्टिकरण किये बिना अल्पसंख्यकों को सशक्त बनाने का प्रयास जारी- कोविंद

नई दिल्ली 29 जनवरी।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि सरकार अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण किये बिना उन्हें आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा की दृष्टि से सशक्त बनाने के लिए सभी प्रयास कर रही है।

राष्ट्रपति ने बजट अधिवेशन के पहले दिन संसद के सैन्ट्रल हॉल में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में कहा कि..तुष्टीकरण नहीं सशक्तिकरण..।ये संकल्प के साथ मेरी सरकार अल्पसंख्यकों के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण की दिशा में मजबूती से काम कर रही है।सीखो और कमाओं, उस्ताद,गरीब नवाज,कौशल विकास योजना,नई रोशनी आदि कार्यक्रमों के जरिए मुस्लिम, इसाई, सिख, बौद्ध , परसी एवं जैन समाज के लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि केन्द्र, मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होने आशा व्यक्त की कि तीन तलाक विधेयक संसद में जल्द ही पारित हो जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है।किसानों को उनकी पैदावार की उचित कीमत मिल सके, इसके लिए देश की कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ने का कार्य जारी है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए डेयरी सेक्टर में11 हजार करोड़ रुपये की डेयरी प्रसंस्करण और अवसंरचना विकास निधि के द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना प्रांरभ की गई है।

राष्ट्रपति ने कहा वर्ष 2014 में केवल 56 प्रतिशत गांवों को जोड़ा गया था और अब 82 प्रतिशत से अधिक दूर-दराज के अधिकतर इलाकों को सड़कों से जोड़ा जा चुका है। राष्ट्रपति ने कहा कि विकास का लाभ समाज के सभी वर्गों तक सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सभी गांवों को सड़कों से जोड़ने के लिए पूरे जोर-शोर से काम कर रही है।ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैण्ड से जोड़ने का काम चल रहा है और ढाई लाख पंचायतों में यह काम पूरा कर लिया गया है।

राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि सरकार पिछड़े वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।मेरी सरकार ने गरीब और मध्यवर्ग के लोगों को स्वास्थ्य की बेहतर और सस्ती सुविधा के लिए नई राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति बनाई है। इसके साथ ही राष्ट्रीय आयुष मिशन द्वारा योग और आयुर्वेद जैसी परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा राष्ट्र निर्माण की नींव है और सरकार स्कूलों को आधुनिक बनाने और उच्च शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराये जाने पर श्री कोविन्द ने कहा कि इस मुद्दे पर निरन्तर चर्चा करने और सभी पार्टियों में सर्वसम्मति बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए भीम एप्प अहम भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि गरीबों को अधिकार दिलाने के लिए बिचैलियों की व्यवस्था खत्म करने में आधार बहुत उपयोगी रहा है।

श्री कोविन्द ने कहा कि सरकारी खरीद में पारदर्शिता लाने और अधिक से अधिक उद्यमियों को अवसर देने के लिए नई ई -मार्केट यानि जैम व्यवस्था बनायी गयी है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने श्रमिकों के न्यूनतम वेतन में 40 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोत्तरी की है और उनकी सुविधा के लिए ऑनलाइन श्रम सुविधा पोर्टल भी बनाया गया है।

श्री कोविन्द ने कहा कि युवाओं के सपने पूर करने और उन्हें स्वरोजगार देने के लिए सरकार ने स्टार्ट अप इंडिया, स्टेंडअप इंडिया, कौशल भारत और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की हैं।जवानों की प्रशंसा करते हुए श्री कोविन्द ने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस, रक्षा और अर्द्धसैनिक बल राज्य में एकजुट होकर आतंकवाद का मुकाबला कर रहे हैं।