जून के महीने में एफपीआई ने बंपर निवेश किया है। इसके पीछे की वजह भारतीय बाजार को लेकर सकारात्मक रुझान और चीन से विदेशी निवेशकों का बाहर निकलना माना जा रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती भी इसके पीछे एक वजह है। फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से जून के महीने में 47000 करोड़ रुपये से अधिक का बंपर निवेश किया गया है। ये पिछले 10 महीनों में एफपीआई द्वारा किया गया सबसे बड़ा निवेश है। इसकी बड़ी वजह देश में अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक माहौल होना है।
जारी आंकड़ों के अनुसार, की ओर से जून में भारतीय शेयर बाजार में 47,148 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। मई में ये आंकड़ा 43,838 करोड़ रुपये, अप्रैल में 11,631 करोड़ रुपये और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये पर रहा था। इससे पहले जनवरी और फरवरी में 34000 करोड़ रुपये एफपीआई भारतीय शेयर बाजार से निकाले थे।
भारतीय बाजारों पर बुलिश FPI
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च प्रमुख श्रीकांत चौहान का कहना है कि भारत में मानसून की गतिविधि और अच्छे घरेलू आर्थिक माहौल से शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है।
जियोजित के विजयकुमार का कहना है कि भारत में आर्थिक माहौल लगातार बेहतर हो रहा है और भारत में ज्यादातर एफपीआई के निवेश की वजह उनकी और से अपनाई गई स्ट्रेटेजी है, जिसके तहत वे चीन में बिकवाली करके भारत में खरीदारी कर रहे हैं।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर, मैनेजर रिसर्च, हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि द्वारा ब्याज दर वृद्धि पर रोक लगाने के बाद एफपीआई बुलिश है, जिससे भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि एफपीआई भारतीय बाजारों से बेहतर ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं।
किन-किन सेक्टरों में निवेश कर रहे FPI
एफपीआई ने लगातार वित्तीय, ऑटोमोबाइल, कैपिटल गुड्स और कंस्ट्रक्शन से जुड़े शेयरों में निवेश कर रहे हैं। जून में डेट मार्केट में भी एफपीआई ने 9200 करोड़ का निवेश किया है। 2023 में अब तक एफपीआई 76,406 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं।