नई दिल्ली 10 जुलाई।उत्तर भारत में वर्षा का प्रकोप जारी है।इस बीच मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ, दिल्ली और राजस्थान सहित पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है।
दिल्ली में यमुना का जल-स्तर लगातार बढ रहा है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार कल यमुना नदी का जल-स्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है।पंजाब और हरियाणा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयासों में प्रशासन की मदद के लिए पश्चिमी कमान की बाढ़ राहत टुकड़ियों को तैनात किया गया है।
पश्चिमी कमान के प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ राहत दलों को रूपनगर, मोहाली और पंचकुला के प्रभावित इलाकों में भेजा गया है।उत्तरी हरियाणा में लगातार हुई मूसलाधार वर्षा के बाद जल भराव एवं यमुना का पानी तथा मारकण्डा आदि नदियों में जल स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बन गई है।इस स्थिति से निपटने के लिए पंचकुला, यमुनानगर और अंबाला जिलों में सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की मदद ली गई है।पंचकूला जिले में क्षतिग्रस्त हुए पिंजौर नालागढ़ को जोड़ने वाले पूल की भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा मरम्मत की जा रही है।
बचाव दल ने सेना के इंजीनियर की टुकड़ियों के साथ फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रात भर काम किया और नहरों को टूटने से बचाने में मदद की। सेना के इंजीनियरों ने सरहिंद नहर के तटबंधों को टूटने से बचाया। इससे दोराहा गांव और आसपास के इलाके बाढ के पानी में डूबने से बच गए। बाढ़ में फंसे लगभग 50 लोगों और चितकारा विश्वविद्यालय के नौ सौ दस विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। फिरोजपुर जिले के अराजी सबरन गांव में, महिलाओं और बच्चों सहित 44 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हो रही परेशानियों को कम करने के लिए सेना हर संभव सहायता कर रही है।
उत्तराखंड में पर्वतीय और मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। अगले दो दिनों के लिये भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर सभी जिला प्रशासनों को सर्तक रहने के निर्देश दिये गये हैं।प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा समेत राज्य की प्रमुख नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके मद्देनजर सभी जिलाधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश की सौ से ज्यादा ग्रामीण सड़कें यातायात के लिये बंद हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में प्रदेश के सभी जिलों के लिये भारी बारिश का अर्लट जारी किया है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ की स्थिति की जानकारी ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को जानमाल के नुकसान, सडक, फसलों की स्थिति और चारधाम यात्रा तथा कावड यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। श्री धामी ने प्रधानमंत्री को टेलिफोन पर राज्य आपदा मोचन बल, पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यो के बारे में बताया।
श्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू से भी फोन पर बातचीत की। श्री सुक्खू ने प्रधानमंत्री को जानमाल के नुकसान के बारे में जानकारी दी और केन्द्र सरकार से राज्य के लिए विशेष आर्थिक पैकेज का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की भी अपील की।