धमतरी 11 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सिहावा में रामकथा से जुड़े स्थलों को सहेजने और इनके विकास के लिए बनाये गये राम वन गमन पर्यटन परिपथ के कार्यो का लोकार्पण किया।
नौ करोड़ 61 लाख रुपए की लागत से तैयार किये गये इस परिपथ का सबसे बड़ा आकर्षण भगवान श्रीराम की 30 फीट की सुंदर धवल प्रतिमा है। परिपथ का लोकार्पण करने के पश्चात मुख्यमंत्री सिहावा में कर्णेश्वर रामायण महोत्सव में भी शामिल हुए।
श्री बघेल ने रामायण महोत्सव में कहा कि रामराज्य में सबको सम्मान और सबको बराबरी का अवसर मिलता है। भगवान श्रीराम की प्रेरणा से हमारी सरकार भी सबको सम्मान और सबको अवसर दिलाने लगातार काम कर रही है। हम किसानों, मजदूरों का आर्थिक स्तर उठाने का काम कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का काम कर रहे हैं। हमने तय किया है कि इस बार किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदेंगे। चाहे किसी भी तरह की दिक्कत आये।
उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में जहां जहां भगवान श्रीराम के चरण पड़े, उन्हें हम विकसित कर रहे हैं। इसकी शुरूआत हमने माता कौशल्या की पुण्यभूमि चंदखुरी से की। प्रदेश में 10 स्थलों का चयन कर इन्हें राम वनगमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। हमने देश में पहली बार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन कराया। श्रीराम से जुड़े स्थलों का विकास हम कर रहे हैं और इसी क्रम में नगरी सिहावा में भी यह किया गया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय महोत्सव के आयोजन पर बनाए गए कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया साथ ही उन्होंने रामसीय मानस मंडली कोटगाँव, रामसिया मानस मंडली कुरूद, जगतरणी मानस परिवार नगरी, जय तुलसी मानस परिवार कांकेर, बस्तरीह मानस मंडली कोंडागांव को वाद्य यंत्र खरीदने हेतु पांच हजार का चेक सौंपे। महोत्सव में आए प्रख्यात भजन गायक अनूप जलोटा को भी उन्होंने सम्मानित किया।