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जनता के आक्रोश की अभिव्यक्ति है बस्तर बंद – कांग्रेस

रायपुर 02 अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन के मौके पर कल आहूत बन्द को जायज ठहराते हुए कांग्रेस ने कहा हैं कि नगरनार संयंत्र को बेचने के विरोध में बस्तर के लोगों के साथ मिलकर बस्तर बंद का आह्वान किया है।

    प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आज यहां जारी बयान में कहा कि बस्तर की जनता के आक्रोश की अभिव्यक्ति है बस्तर बंद। बस्तर के निवासी, आदिवासी, व्यापारी, मजदूर, किसान, नौकरीपेशा सभी बंद के समर्थन में है। बस्तर के आदिवासियों ने अपनी जमीन एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट को दी थी। आदिवासियों ने अपनी जमीन मुआवजे के लिये नहीं दी थी बल्कि इसलिए दी थी कि आने वाले समय में उनको रोजगार मिल सके और साथ ही क्षेत्र का विकास हो।

    उन्होने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट को विनिवेश सूची में डाले जाने पर मजदूर संगठनों, किसानों में भारी नाराजगी दिखाई थी। इसके विरोध में वर्तमान मुख्यमंत्री और तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में विशाल पदयात्रा निकाली गई। जिसमें 10 ग्राम पंचायत के प्रभावित किसान, 12 गांवों के हितग्राही और संयुक्त मजदूर किसान संगठन, स्टील श्रमिक यूनियन भी शामिल थे।

    श्री शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता नगरनार मामले में चुप्पी साधे बैठे है। कांग्रेस, भाजपा के बस्तर के और पूरे छत्तीसगढ़ के नेताओं से पूछना चाहती है कि वे नगरनार को बेचने के विरोध में हैं या नहीं? अगर भाजपा के नेताओं ने नगरनार को बेचने का खुला विरोध नहीं किया तो बस्तर के आदिवासी और गैर आदिवासी दोनों इसका जवाब ठीक तरह से देंगे।