सिरसा, 24 दिसंबर। किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों-मजदूरों की याद में आज सिरसा के हुडा ग्राउन्ड, सेक्टर 19 में विशाल किसान-मजदूर जनआक्रोश रैली में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, चौ. उदयभान और सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने 750 किसानों-मजदूरों को श्रद्धासुमन अर्पित किए और 2 मिनट का मौन रखकर नमन किया। इस दौरान पूरा हुडा ग्राउन्ड ठसाठस भरा देखकर गदगद हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज की हाजिरी साबित करती है कि किसान आंदोलन में जो किसान-मजदूर शहीद हुए, उनकी शहादत खाली नहीं जायेगी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में 750 किसान-मजदूरों की शहादत की पूर्ण जिम्मेदार बीजेपी-जेजेपी सरकार है। क्योंकि इस सरकार ने किसानों पर लाठियाँ बरसाई, ठंडे पानी की बौछारें मारी और रास्तों में कील गड़वा दी। लेकिन इन्हें पता नहीं कि किसान की आवाज़ कोई दबा नहीं सकता है उनकी आवाज़ में दम है। इस सरकार ने ऐसे कानून लाए थे, जिनसे किसान बर्बाद हो जाता। लेकिन किसानों ने अनाज को अमीरों की तिजोरी में जाने से बचा लिया। उन्होंने सवाल उठाया कि किसानों और सरकारों के बीच जो समझौता हुआ था, जिसमें कहा गया था कि एमएसपी की गारंटी मिलेगी वो एमएसपी कहां गयी। नेता प्रतिपक्ष ने किसानों की मांग पर ऐलान किया कि जैसे कंडेला के शहीद किसानों के परिवार में 1 सरकारी नौकरी दी गयी थी, उसी प्रकार किसान आंदोलन में हरियाणा के शहीद किसान मजदूरों के परिवारों में 1 सरकारी नौकरी और उनको शहीद का दर्जा दिया जाएगा साथ ही प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर 750 किसान मजदूरों की याद में हरियाणा में राष्ट्रीय किसान आंदोलन स्मारक बनाया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संकल्प लिया है कि किसानों को कर्ज से कर्जमुक्ति तक और एमएसपी की गारंटी देंगे।
आज सिरसा में हुई किसान-मजदूर जन आक्रोश रैली के दौरान हुडा ग्राउन्ड में कहीं पैर रखने तक की जगह नहीं बची। कार्यक्रम स्थल की तरफ आने वाली सारी सड़कें जाम रहीं। पूरा सिरसा कांग्रेसमय नज़र आया। जितने लोग हुडा ग्राउन्ड में मौजूद थे उसके ज्याद लोग बाहर सड़कों पर मौजूद रहे। सुबह से ही लोग ढोल नगाड़ों के साथ सभा स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए थे। रैली स्थल पर मंच पर शहीद किसानों-मजदूरों की फोटो लगी थी। इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हल भेंट कर सम्मानित किया गया। किसान मजदूर जनआक्रोश रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री, हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर, दो दर्जन से ज्यादा पार्टी विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, सांसद, पूर्व सांसद, पार्टी के वरिष्ठ नेतागण, कांग्रेस सेवादल, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई समेत सभी फ्रन्टल संगठनों के नेता, भारी तादाद में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारी सरकार ने किसानों के 1600 करोड़ के बिजली बिल माफ किये, 2136 करोड़ के कर्ज माफ किये, फसली कर्ज पर ब्याज 14 प्रतिशत से घटाकर 0 प्रतिशत किया। 100-100 गज के प्लॉट दिये, स्कूली बच्चों को वजीफे दिये लेकिन मौजूदा सरकार ने सारी स्कीमें बंद कर दी। बैकवर्ड क्लास क्रीमी लेयर सीमा को 8 लाख से घटाकर 6 लाख कर दिया। हमारी सरकार ने सफाई कर्मचारी, चौकीदार, मेठ भर्ती किये थे वो आज तक कच्चे हैं। आज पूरा हरियाणा इस सरकार से दुःखी है। आज हरियाणा बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, अपराध और नशाखोरी में नंबर 1 है। कोई अच्छा काम नहीं किया, केवल हरियाणा को लूटने में लगे हुए हैं। ये विफल सरकार है किसी का भला नहीं कर सकती। प्रदेश की 36 बिरादरी ने बीजेपी-जेजेपी सरकार से छुटकारा पाने और कांग्रेस सरकार बनाने का मन बना लिया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर तो बुजुर्गों को 6000 महीना पेंशन देंगे। हमारी सरकार आने पर गृहणियों को 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देंगे। हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। 100-100 गज मुफ्त प्लॉट योजना को फिर से लागू करेंगे। सफाई कर्मचारी, चौकीदार, मनरेगा मेठ को पक्का करेंगे। कौशल रोजगार निगम को खत्म करेंगे। पोर्टल के झंझटों से छुटकारा दिलाकर लोगों का हक देंगे। सिरसा के लिए उन्होंने ऐलान किया कि ओटू झील की खुदाई पूरा कराकर नहर का काम पूरा करायेंगे। हमारी सरकार आने पर बीटी कॉटन के किसानों को बीटी-3 और बीटी-4 दिया जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने प्रधानमंत्री की गारंटियों की पोल खोलते हुए कहा कि 2022 तक किसानों की दोगुनी आमदनी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों को सी-2 $ 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर एमएसपी देने की गारंटी दी गई थी लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने चंद बड़े उद्योगपतियों के साथ मिलकर किसानों को धोखा दिया और तीन काले कृषि कानून ले आये। जब किसान आंदोलित हो गये तो उन्हें तरह-तरह से बदनाम करने अपमानित करने का काम किया। लेकिन किसान अपने सिर पर कफन पर बांधकर गये और 13 महीनों में सरकार को झुकाने का काम किया। इस सरकार ने किसानों को झांसा देकर आंदोलन खत्म तो करा दिया लेकिन एक बार फिर धोखा किया। इस सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर देश की फौज को और नौजवानों को भी धोखा दिया है। उन्होंने हुड्डा सरकार के कामों की चर्चा करते हुए कहा कि हुड्डा जी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग के लिये काम किया। प्रदेशभर में बिजली कारखाने लगवाए, मेट्रो का जाल बिछाया, 6 रेल लाईन, 16 यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज बनवाये। लेकिन इस सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट कर दी। इस सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य में भी प्रदेश की जनता को धोखा देने का काम कर रही है। गरीब, दलित, पिछड़े वंचित समाज के बच्चों को शिक्षा से महरुम करने का काम किया जा रहा है। इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिये काम करने की जरुरत है। आज हरियाणा पर 4 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है यानी प्रदेश में पैदा होने वाले हर बच्चे पर 132800 रुपये का कर्ज लेकर पैदा हो रहा है। उन्होंने इनेलो और जेजेपी से सावधान रहने की बात कहते हुए कहा कि बीजेपी की बी-टीमों को हरा कर बीजेपी को उखाड़ फेंकें।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा जैसे ही रैली को संबोधित करने के लिये मंच पर आये वहां मौजूद जनसैलाब ने जोरदार नारों के साथ उनका स्वागत किया। इस पर दीपेंद्र हुड्डा ने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। दीपेंद्र हुड्डा ने आवाहन पर वहाँ उपस्थित जनसैलाब ने मौन रखकर 750 किसान-मजदूरों को श्रद्धांजलि दी। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जो काम देश की संसद में भारत सरकार से नहीं करवा पाए आज इस जनसंसद ने कर दिखाया। इस सरकार के क्रूर अहंकार ने 750 किसानों की बलि ले ली। इनके पास सत्ताबल, धनबल, तंत्रबल, साजिश-षड्यंत्र बल है लेकिन हमारे पास जनता का आशीर्वाद और हौसला है। उन्होंने लोगों को संकल्प दिलाया कि आने वाले समय में इस सरकार के घमंड को वोट की चोट से तोड़ेंगे।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस की हुड्डा सरकार के समय विकास दर, प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, खिलाड़ियों के मान-सम्मान में, किसानों के कल्याण और किसान हित में, गरीब कल्याणकारी योजनाओं में और आपसी भाईचारे में देश भर में एक नंबर पर था। लेकिन बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को बेरोजगारी, महंगाई, नशा, अपराध में नंबर 1 बना दिया। आज न प्राईवेट सेक्टर में रोजगार है न सरकारी क्षेत्र में रोजगार मिल रहा है। पक्की नौकरियों को कौशल निगम या अग्निवीर जैसी योजनाओं के जरिये कच्चा किया जा रहा है। हरियाणा की सरकारी भर्तियों में जो लिस्ट आ रही है उसमें ज्यादातर दूसरे प्रदेशों के नौजवानों को हरियाणा की लिस्ट में जगह दी जा रहे है। इसका उदाहरण देते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एसडीओ भर्ती में 80 में से 78 बाहर के चयनित हुए। एसडीओ इलेक्ट्रिकल में 99 में से 77 बाहर के, असिस्टेंट प्रोफेसर टेक्निकल की लिस्ट में 156 में से 103 बाहर के चयनित हुए और अब हाल में SDOP लिस्ट में 7 में से 4 पदों पर दूसरे प्रदेश के लोगों की भर्ती कर ली गई। ऐसे में हरियाणा का युवा कहाँ जाएगा! ऐसा लगता है कि हरियाणा की सरकारी नौकरियों में 75 प्रतिशत रिजर्वेशन बाहर के युवाओं के लिए है और इस काम के लिए बीजेपी-जेजेपी सरकार ने HPSC में हरियाणा के बाहर के व्यक्ति को ही चेयरमैन बना दिया है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, महंगाई देने वाली इस सरकार को जाना होगा।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जेजेपी ने अपने मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया। प्रदेश के बुजुर्गों, किसान-मजदूर, खिलाड़ियों के साथ भी धोखा किया। जेजेपी ने तो विश्वासघात करने में 5 घंटे लगाये, लेकिन इनेलो तो विश्वासघात करने में 5 मिनट भी नहीं लगाती और बीजेपी को समर्थन दे आती। उन्होंने याद दिलाया कि 2014 में इनेलो की 20 सीट आयी थी, लेकिन 2019 के चुनाव में इनेलो 20 से घटकर 1 पर आ गई। क्योंकि इनेलो ने 5 साल तक विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय हुड्डा साहब को और हमको निशाने पर रखा। जब और जहां मौका लगा इनेलो ने बीजेपी का समर्थन किया। उन्होंने जनता को चेताया कि इस बार फिर से बीजेपी के साथ जेजेपी का समझौता तोड़ने का अघोषित समझौता हो गया है। प्रदेश में बदलाव को रोकने के लिये चक्रव्यूह रचा जायेगा। दीपेन्द्र हुड्डा ने लोगों को चेताते हुए कहा कि –
किसान मजदूर नहीं हारा, दुश्मन के वारों से
किसान मजदूर तो हारा अपने गद्दारों से।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की नींव पर बनी बीजेपी-जेजेपी सरकार का समझौता 5100 पेंशन देने का नहीं बल्कि अपने भ्रष्टाचार की फाईलें बंद कराने, महकमे बांटकर घोटाले करने का समझौता था। देश में कहीं भी शराब घोटाला होता है तो उसके तार हरियाणा से जुड़े मिलते हैं। माईनिंग घोटाला, जमीन घोटाला एक के बाद एक घोटाले अंजाम दिये गये। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा मुख्यमंत्री खट्टर रोज उनके खिलाफ बयान देते हैं क्योंकि वे पूरी मजबूती से सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते हैं, किसान-मजदूर के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ बोलते हैं, खिलाड़ी बेटियों के साथ अन्याय होने पर उनके साथ खड़े होते हैं। अगर ये उनका कसूर है तो वो खुद को कसूरवार मानते हैं और वो किसी से न डरेंगे न रुकेंगे।