रायपुर 09 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप के जीवन की सबसे बड़ी सीख उनका संगठन कौशल है।आज के समय में हम संगठित होकर ही समाज की चुनौतियों से मुकाबला कर सकते हैं।
डॉ.सिंह आज यहां ठाकुर विघ्नहरण सिंह राजपूत भवन में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि महाराणा ने जिस प्रकार सभी समाजों को एक कर देश की रक्षा के लिए संघर्ष किया वह प्रेरणादायी है।आज सभी समाजों को उनकी संगठन शक्ति से प्रेरणा लेने और उसे अपनाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समाज सुधार के लिए प्रण लेने का भी दिन है। जो समाज पढे़गा वही समाज आगे बढ़ेगा और नेतृत्व करेगा। समाज के इस भवन का उपयोग विभन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग देने में किया जा सकता है। साथ ही यहां वर्ष में कम से कम दो बार इस भवन में सामूहिक विवाह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले प्रत्येक परिवार को उनके द्वारा 11 हजार रूपए की सहायता दी जाएगी।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की संरक्षक और मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती वीणा सिंह, राजपूत निस्वार्थ सेवा संघ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती ईला सिंह कलचुरी, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री श्री अवधेश सिंह गौतम, डॉ. अस्मिता सिंह संसदीय सचिव श्री राजू क्षत्रिय, विधायक श्री अवधेश चंदेल सहित क्षत्रिय समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने समारोह में क्षत्रिय समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया। इनमें कामनवेल्थ गेम्स में मिशन लीडर के रूप में योगदान के लिए श्री विक्रम सिसोदिया, एम.डी रेडियो लाजिस्ट सृष्टि सिंह ठाकुर, सूफी गायन के लिए श्री शुभम सिंह, शुभि कलचुरी को पी.एम.टी. में चयन और श्री ब्रजेश सिंह को लेखन कार्य के लिए सम्मानित किया गया।