Friday , December 27 2024
Home / छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ में माओवादी ‘समर्थक’ होने के आरोप में स्कूल शिक्षक गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ में माओवादी ‘समर्थक’ होने के आरोप में स्कूल शिक्षक गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में कथित तौर पर माओवादी समर्थक होने के आरोप में 25 वर्षीय एक स्कूल शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। गिरफ्तारी से नाराज स्कूली बच्चों सहित ग्रामीणों के एक समूह ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।

एक अधिकारी ने बताया कि रामलाल नुरेटी को शनिवार को मदनवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत कारेकट्टा गांव से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि यह व्यक्ति पिछले साल सितंबर में इलाके में माओवादी बैनर और पोस्टर लगाने में कथित तौर पर शामिल था।

सीतागांव थाना क्षेत्र के महका गांव का रहने वाला आरोपी कारेकट्टा गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में संविदा के आधार पर नियुक्त अतिथि शिक्षक के रूप में काम करता है।

पुलिस ने मदनवाड़ा इलाके से पोस्टर और बैनर बरामद किए

अधिकारी ने बताया कि पिछले साल 15 सितंबर को पुलिस ने मदनवाड़ा इलाके से पोस्टर और बैनर बरामद किए थे, जिसमें माओवादियों ने गैरकानूनी आंदोलन की 19वीं वर्षगांठ मनाने की अपील की थी। अधिकारी ने कहा, जांच से पता चला कि नुरेटी इस कृत्य में शामिल था और पुलिस कर्मी उस पर नजर रख रहे थे।

उन्होंने कहा, जांच और तकनीकी सबूतों से आरोपी की अपराध में संलिप्तता की पुष्टि हुई, जिसके बाद सीतागांव पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

आरोपी को राजनांदगांव जिला जेल भेजा गया

अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान, नुरेटी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन बाद में माओवादी पोस्टर और बैनर लगाने की बात स्वीकार कर ली। जिसके बाद उसे छत्तीसगढ़ विशेष सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया और स्थानीय अदालत में पेश किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को राजनांदगांव जिला जेल भेज दिया गया है।

इस बीच, उनकी रिहाई की मांग को लेकर ग्रामीण सीतागांव थाने के सामने धरने पर बैठ गये।

शिक्षक नुरेटी की रिहाई को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण

एक प्रदर्शनकारी ने संवाददाताओं से कहा, “नुरेटी की रिहाई तक हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्हें बिना किसी जांच के स्कूल से गिरफ्तार कर लिया गया। वह एक स्कूल शिक्षक हैं न कि नक्सली।”

रविवार को स्कूली बच्चे आंदोलन में शामिल हुए और प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टरों का उपयोग करके मानपुर-औंधी और मदनवाड़ा-सीतागांव सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।