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दिल्ली से अयोध्या के लिए आस्था ट्रेन आठ फरवरी से

रामलला के दर्शन को सुलभ बनाने के लिए रेलवे भी तैयारियों में जुटा है। उत्तर रेलवे ने अयोध्या के लिए अलग-अलग जगहों से 20 आस्था स्पेशल ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को दिया है। इनमें आठ ट्रेनों का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। 

पहली ट्रेन 25 जनवरी को देहरादून से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगी, जबकि दिल्ली से आठ फरवरी को पहली आस्था स्पेशल ट्रेन चलेगी। अधिकारियों का कहना है कि अभी आठ ट्रेनों का शेड्यूल जारी किया गया है। शेष 12 ट्रेनों का शेड्यूल भी जल्द जारी होगा। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि ये ट्रेनें किसी संगठन, संस्था या किसी पार्टी के नेतृत्व में ही बुक कराई जा सकती है। जिसमें लोग सामूहिक यात्रा करेगें। यानी पूरी ट्रेन बुक कराई जाएगी। 

उत्तर रेलवे के अधिकार क्षेत्र के श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा, अमृतसर, हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब अंदौरा, देहरादून, नई दिल्ली, लखनऊ, प्रयागराज और बनारस से चलेंगी। इन ट्रेनों में 16 से 22 कोच होंगे। इसका संचालन आईआरसीटीसी को दिया गया है।  ट्रेन बुकिंग के साथ खानपान की सुविधा भी आईआरसीटीसी की ओर से किया जाएगा। 

बता दें कि रेलवे बोर्ड ने किस जोन से अयोध्या के लिए कितनी ट्रेनें चलाई जाएंगी, इसकी जानकारी मांगी थी। इस पर उत्तर रेलवे ने 20 ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव भेजा है जिसमें आठ ट्रेनों का शेड्यूल जारी किया गया है। खास बात यह है कि अयोध्या उत्तर रेलवे के अधीन है। ऐसे में उत्तर रेलवे के पास बड़ी जिम्मेदारी है। 

खानपान की रहेगी विशेष व्यवस्था
आमतौर पर त्योहार स्पेशल या अतिरिक्त भीड़भाड़ को देखते हुए चलाई जाने वाली ज्यादातर ट्रेनों में पैंट्री कार नहीं होती हैं, लेकिन आस्था स्पेशल ट्रेनों में पैंट्री कार होगी। यात्रियों के खानपान का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। इससे राम भक्तों को असुविधा नहीं होगी। 

इन आठ जगहों से चलेंगी ट्रेनें
ट्रेन संख्या                    यहां से चलेगी                              दिनांक                  प्रस्थान का समय
04696                      श्री माता वैष्णो देवी कटरा                  07 फरवरी                04:20 बजे
04650                      अमृतसर (पंजाब)                             07 फरवरी                05:55 बजे
04318                     अंब अंदौरा (हिमाचल प्रदेश)               07 फरवरी                 15:50 बजे
04316                     देहरादून (उत्तराखंड)                       25 जनवरी                   14:15 बजे
04022                     नई दिल्ली                                      08 फरवरी                  23:55 बजे 
04278/04277         लखनऊ (उत्तर प्रदेश)                       31 जनवरी                   05:10 बजे
04202/04201       प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)                      30 जनवरी                   13:15 बजे
04292/04291      बनारस (उत्तर प्रदेश)                          30 जनवरी                   06:15 बजे

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रोड शो

रामलला के जयकारे इन दिनों सभी ओर गूंज रहे है। व्यापारिक संगठन भी हर्षोल्लास के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रोड शो, झांकी निकालने के साथ राम ध्वजा, पटका व और दीपक वितरित कर रहे हैं। भक्ति में सराबोर कारोबारी गीत-संगीत भी लॉन्च कर रहे है।

कन्फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बृहस्पतिवार को धर्म यात्रा का आयोजन सदर बाजार में किया। शोभा यात्रा में घोड़े, ऊंट, हाथी, झांकियां व बैंड बाजे के साथ जुलूस की शक्ल में निकाला गया। फिल्म कलाकार बिंदु दारा सिंह भी शोभायात्रा में शामिल हुए। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल व व्यापारी नेता देवराज बावेजा समेत दिल्ली ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र कपूर, प्रवीण आनंद, अजय बजाज, विपिन, अशोक लांबा व सभी अन्य सदस्य व सदर बाजार के दुकानदार शामिल हुए। 

श्रीराम ध्वज लगाने का अभियान शुरू
क्लॉथ मार्केट फतहपुरी के राम बाजार मंदिर में विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार ने दुकानों पर काम करने वाले 1500 कर्मचारियों को श्रीराम मंदिर का मॉडल, श्री राम ध्वजा,पटका और दीपक का वितरण प्रारंभ किया। राम भक्त समिति क्लॉथ मार्केट के अध्यक्ष गोपाल गर्ग ने बताया कि 22 जनवरी को बाजारों में दिवाली मनाई जाएगी। प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने गोल मार्केट स्थित बेयर्ड मार्केट में दुकानों पर श्री राम ध्वजा लगाने का अभियान शुरू किया। 

‘हर साज पर राम बजे’ गीत लॉन्च
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में श्री राम गीत ‘हर साज पर राम बजे’ का लोकार्पण किया। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस गीत को देश को समर्पित किया। खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री देश भर में प्रतिभाशाली किंतु अनजान कलाकारों को प्रकाश में लाने के आह्वान से प्रेरित होकर मुंबई के प्रतिभावान कलाकारों के स्वर से इस मधुर गीत को तैयार किया है।

प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरी तरह राममय दिखाई देगा करोल बाग
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन करोल बाग इलाका पूरी तरह राममय दिखाई देगा। पूरा इलाका भगवा व लाल रंग से सराबोर होगा। यहां महिलाएं लाल रंग की साड़ी बांधकर चूंदड़ी ओढ़कर एक विशाल कलश यात्रा निकालेंगी, वहीं शोभा यात्रा भी बड़ी संख्या में पुरुष भगवा रंग की पगड़ी बांधकर शामिल होंगे। करोल बाग में कलश यात्रा व शोभा यात्रा निकालने के आयोजक योगेंद्र चंदोलिया ने बताया कि दोनों आयोजनों की तैयारी कर ली गई है।

बीड़नपुरा स्थित बाबा रामदेव मंदिर से लेकर देव नगर स्थित शिव मंदिर तक निकाली जाने वाली कलश यात्रा में 11 सौ महिलाएं शामिल होंगी। जबकि शोभा यात्रा में 500 पुरुष भगवा पगड़ी बांधकर चलेंगे। शोभा यात्रा में सबसे आगे अयोध्या में बनाए जा रहे राम मंदिर की झांकी शामिल होगा। एक बड़े ट्रक के ऊपर मंदिर का विशाल मॉडल होगा। इसके अलावा भगवान राम की विभिन्न मुद्राओं, हनुमान, महर्षि वाल्मीकि, लव-कुश, सीता स्वयंवर आदि भी झांकी होगी। उन्होंने बताया कि यात्राओं के आगे बैंडबाजा होगा। 

करुणा व दया के सागर हैं राम

भगवान राम की मर्यादा अतुलनीय है। वह करुणा व दया के सागर हैं। सत्य, सदाचार और धर्म से नाता अटूट रहा। बड़े से बड़ा दुख मिलने पर भी वह कभी परेशान नहीं हुए। टूटे नहीं। हमेशा शांति व इंसानियत का रास्ता दिखाया। अनवरत चले भी। राम इसी रूप में मेरे सबसे करीब हैं। और पैगंबर मोहम्मद साहब भी। ताउम्र जिन्होंने नेकी पर चलने की सीख हमें दीं। सबको प्यार-मोहब्बत से रहना सिखाया। अल्लामा इकबाल ने तो राम को इमाम-ए-हिंद कहा। मैं इससे भी आगे भगवान राम को इमाम-ए-जहां मानता हूं। भगवान राम दयालु हैं।

सान ही नहीं, पशु-पक्षी व दानव तक को भी उन्होंने त्याज्य नहीं समझा। सबको आगे बढ़ने का अवसर दिया। संघर्षों से भरी हमारी दुनिया में इससे बड़ी नजीर नहीं मिल सकती। तभी मेरा यकीन है कि दुनिया में अमन-चैन मर्यादा पुरुषोत्तम राम को अपनाने से ही आ सकता है। रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाय पर वचन न जाय…। राम ने इस परंपरा का हमेशा पालन किया। वह मर्यादा पुरुषोत्तम इसीलिए हैं कि कभी भी, कहीं भी मर्यादा नहीं लांघी।

महानता की उनकी कोई थाह नहीं। बगैर किसी सवाल के हमेशा माता-पिता और गुरु की आज्ञा मानी। वह आदर्श पुत्र, शिष्य, भाई, पति और पिता बने। राज भी इस तरह किया कि वह आदर्श बन गया। रामराज्य में अपने लोगों को वह सब-कुछ दिया, जिसमें मानवीय गरिमा के साथ लोगों ने जीवन गुजारा। मेरा मानना है कि राम मंदिर बन गया। हम सबको अब आगे की बात करनी है। रास्ता हमारी साझी विरासत, मिली-जुली संस्कृति के बीच से होकर जाता है। और इसका मार्गदर्शन भी मेरे राम करते हैं।