आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल में टीएमसी ने कांग्रेस को साथ लिए बिना अकेले चुनाव मैदान में उतरने का फैसला कर लिया है। इस फैसले से विपक्षी गठबंधन में खलबली मच गई है। वहीं भाजपा नेता अमित मालवीय ने प्रतिक्रिया साझा की है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज संवाददाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले आईएनडी गठबंधन को करारा झटका लगा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एलान कर दिया कि टीएमसी भले ही विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।
पिछले कुछ दिनों से बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच बातचीत चल रही थी। अंत में बातचीत का कोई समाधान न निलकने के बाद बंगाल में ममता ने ‘एकला चलो रे’ की घोषणा कर दी है।
टीएमसी के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं: जयराम रमेश
ममता बनर्जी के इस फैसले से विपक्षी गठबंधन में खलबली मच गई है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज संवाददाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं। रास्ते में स्पीड ब्रेकर आते हैं। खरगे ने सभी दलों से बात की है और बातचीत की है। टीएमसी के बिना आईएनडीआईए की कल्पना नहीं।
वहीं, शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि ममता शेरनी की तरह लड़ी रही है। जेडीयू का बयान भी आ गया उसका कहना है कि क्षेत्रिय दलों के साथ नरम रूख रखे कांग्रेस।
कृपया कुछ समय इंतजार करें: मनोज झा
ममता बनर्जी के अकेले बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “कृपया कुछ समय इंतजार करें। हो सकता है कि बयान किसी विशेष स्थिति में दिया गया हो।अ गर कोई टकराव है तो आईएनडी गठबंधन इसे सुलझा लेगा।
बयान किसी रणनीति का हिस्सा हो सकता है: एनसीपी नेता
एनसीपी (शरद पवार गुट) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा,”ममता बनर्जी और उनकी पार्टी आईएनडी गठबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे हमारे साथ हैं और हम इसे मजबूती से लड़ेंगे। अगर उन्होंने एक बयान दिया है तो यह एक रणनीति का हिस्सा हो सकता है। गठबंधन में कोई समस्या नहीं है। हम बीजेपी के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं।”
बातचीत के जरिए निकलेगा समाधान: आप नेता
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा,”टीएमसी पश्चिम बंगाल में एक बड़ी पार्टी है, कांग्रेस और वामपंथी हमेशा उनके खिलाफ लड़ते रहे हैं। इसलिए टीएमसी के साथ सीट साझा करना थोड़ा मुश्किल होगा।
उन्होंने आगे कहा बातचीत के जरिए उनका समाधान किया जाएगा। ममता बनर्जी और राहुल गांधी इंडिया ब्लॉक की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें उम्मीद है कि इंडिया ब्लॉक की सभी पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी।