नई दिल्ली 28मई।भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत के मुद्दे पर सरकार के रूख में किसी बदलाव से इंकार करते हुए दोहराया कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज यहां कहा कि अगर पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद कर दे तो उसके साथ बातचीत की जा सकती है।एच-4 और एच-1बी वीजा के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि भारत अमरीकी प्रशासन के संपर्क में है और भारतीय नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए भविष्य में भी यह मामला उठाया जाता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीन और रूस के साथ अनौपचारिक शिखर वार्ता के बारे में श्रीमती स्वराज ने कहा कि भारत ने यह नई प्रणाली अपनायी है। उन्होंने कहा कि अनौपचारिक शिखर वार्ताएं दिवपक्षीय संबंधों को और मजबूती तथा गहराई प्रदान करेंगी।
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने पिछले चार वर्षों में वैश्विक स्तर पर तमाम देशों से संपर्क स्थापित कर अभूतपूर्व नतीजे हासिल किए हैं।श्रीमती स्वराज ने कहा कि सरकार अपनी इस अभूतपूर्व आउटरीच और अद्वितीय परिणामों की नीति के तहत 192 देशों में से 186 से संपर्क स्थापित किया है।