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कनाडा में भारतीय मूल के व्यक्ति पर मंदिर से पैसे चुराने का आरोप…

कनाडा के पील क्षेत्र में भारतीय मूल के 41 साल के जगदीश पंढेर पर मंदिरों में तोड़फोड़ और दान पात्र से पैसे चुराने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दूसरी ओर, सिंगापुर में चांगी एयरपोर्ट पर जर्मनी के बुजुर्ग व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी सहायता देने पर भारतीय मूल के हरेश चंद्रन को ‘सर्विस पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

कनाडा के पील क्षेत्र में भारतीय मूल के 41 साल के जगदीश पंढेर पर मंदिरों में तोड़फोड़ और दान पात्र से पैसे चुराने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पील पुलिस ने ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र में अन्य पुलिस विभागों के सहयोग से घटनाओं की जांच की और संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। पील क्षेत्रीय पुलिस ने कहा कि पिछले साल मार्च और अगस्त माह के बीच अधिकारियों ने मंदिरों में तीन बार हुई चौरी की जांच की। साथ ही मंदिर में लगे कैमरों की मदद से दान पात्र से पैसे निकालते हुए एक चोर की तस्वीरें कैद की। जांचकर्ताओं के मुताबिक, यह अपराध पूजा स्थलों से नकदी चुराने की मंशा से किए गए हैं, न कि नफरत से प्रेरित था।

सिंगापुर के एयरपोर्ट पर मदद करने पर भारतवंशी को सम्मान
सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट के वार्षिक एयरपोर्ट समारोह में ‘सर्विस पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार’ से भारतीय मूल के एक विमानन सुरक्षा अधिकारी हरेश चंद्रन को सम्मानित किया गया है। उन्होंने एयरपोर्ट पर जर्मनी के 87 साल के यात्री की सहायता की थी, जब अचानक एयरपोर्ट पर बेहोश होकर गिर गया था, जिसके कारण व्यक्ति को कई अंदरूनी गंभीर चोटें आई थी। इस दौरान यात्री के लिए चिकित्सा देखभाल को सुनिश्चित किया गया था। गौरतलब है कि अस्पताल में भर्ती के दौरान भी सुरक्षा अधिकारी उस व्यक्ति के संपर्क में था, जो एयरपोर्ट पर अचानक गिर गया था। गौरतलब है कि समारोह में असाधारण सेवाएं देने के लिए चंद्रन और चांगी हवाई अड्डे पर काम करने वाले 35 अन्य कर्मचारियों की सराहना की गई।

हमें दूसरों की हमेशा मदद करनी चाहिए- हरेश चंद्रन
हरेश चंद्रन ने घटना की जानकारी एयरपोर्ट प्रशासन को दी और तुरंत एम्बुलेंस की व्यवस्था की। इस दौरान व्यक्ति जर्मनी जा रहा था। हादसे के कारण उनकी फ्लाइट छूट गई थी। हरेन चंद्रन ने अधिकारी से बात कर उनकी वापसी उड़ान को दोबारा बुक करने की फीस माफ करवा दी थी। एक साक्षात्कार में हरेश चंद्रन ने कहा कि यह कोई भी और कही भी हो सकता है। हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए। मुझे पता है आदमी जब असहज होता है तो उसको कितनी कठिनाई होती है। आपको खुद पर विश्वास करना होगा।