रायपुर 01 मई।कांग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमेन पवन खेड़ा ने भाजपा पर चुनाव में मंगलसूत्र, मछली, मीट, मुसलमान जैसे मुद्दों पर चुनाव मैदान में उतरने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस मुद्दों पर चुनाव मैदान में है जिसका कोई जवाब भाजपा और मोदी के पास नही है।
श्री खेड़ा ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस पत्रकारों से यह चुनाव इस देश का वोटर लड़ा रहा है, जनता लड़ रही है, और उन्हें लगता है कि कांग्रेस पार्टी उनके जिंदगी से जुड़े हुए मुद्दे उठा रही है, नौकरियों के मुद्दे उठा रही है, किसानों के मुद्दे उठा रही है, आरक्षण का मुद्दा उठा रही है, संविधान का मुद्दा उठा रही है, महिला सुरक्षा का मुद्दा उठा रही है, आदिवासियों का मुद्दा उठा रही है। स्वास्थ्य की बात कर रही है, शिक्षा की बात कर रही है, पेपर लीक की बात कर रही है इन्हीं मुद्दों पर चुनाव में जाना चाहिए और इन्ही मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है।
उन्होने भाजपा और मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे लोग किन-किन मुद्दों पर चुनाव में है? मंगलसूत्र, मछली, मीट, मुसलमान ये मुद्दे है उनके। 10 साल आप सरकार में रहे और आपके पास बोलने के लिये ये चार शब्द है। कहां है आपकी रिपोर्ट कार्ड? बताइए 10 साल में आपने क्या किया? बताइए दस साल में बेरोजगारी का 45 साल का रिकॉर्ड क्यों टूटा? बताइए दस साल में लघु और मध्यम उद्योग है वो तबाह क्यों हुए? बताइए आदिवासियों के साथ जो अत्याचार हुआ वो क्यों हुआ? दलितों के साथ जो अत्याचार हुआ वो क्यों हुआ? महिला सम्मान की ये केवल बातें करते हैं, हकीकत यह है कि हर एक घंटे में चार महिलाओं का बलात्कार जहाँ हो रहा प्रधानमंत्री इस तरह की हल्की बातें करते हुए घूमना क्या अच्छी बात है? हर एक घंटे में दो नौजवान इस देश में आत्महत्या करने मजबूर हैं वहाँ के प्रधानमंत्री मीट, मछली, मुसलमान, मंगलसूत्र ऐसी बाते करते है।
श्री खेड़ा ने कहा कि मोदी राज में हर एक दिन में 30 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कोई और प्रधानमंत्री होता तो प्रचार करने से पहले सोचता कि मैं आँखें कैसे मिलाऊंगा, अपने लोगों के सामने कैसे जाऊंगा? यह चुनाव महत्वपूर्ण इसलिए है कि जब आप 272 में सरकार बना सकते हो तो आप चार सौ क्यों मांग रहे हो नीयत क्या है आपका? 400 इन्हें इसलिए चाहिए क्योंकि चार सौ से कम होंगी तो संविधान नहीं बदल सकते, ये नियम है, ये कानून है ये रूल्स है। इनके मन में क्या है संविधान बदलने की जो इनकी मंशा है, ये इनके अपने नेताओं के मुँह से बार-बार सुनाई देती है। कभी वो अनंत हेगड़े होते हैं जो कर्नाटक में बोलते हैं, कभी ज्योति मिर्धा होती है जो राजस्थान में बोलती है, कभी अरुण गोविल होते हैं जो मेरठ में बोलते हैं। और भी इनके तमाम प्रत्याशी उत्तर प्रदेश के कई बार सुन बोलते हैं कि साहब 400 दे दीजिए हम संविधान बदलेंगे, क्यों बदलना है संविधान? इनके अनेक नेता कह चुके हैं आरक्षण के खिलाफ। ज्यादा दूर क्यों जाते हैं रायपुर में 18 महीने पहले यहाँ की कांग्रेस की राज्य सरकार ने आरक्षण संशोधन विधेयक पारित करा के राजभवन में फाइल भेजी कहाँ है वो फाइल मिट्टी खा रहे हैं।