राजनांदगांव 11अगस्त।मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कहा कि बी.पी.ओ.के माध्यम से छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खुल रहे हैं। पहले ऐसे बी.पी.ओ. की कल्पना महानगरों में ही की जा सकती थी। अब छोटे शहरों में भी इसका संचालन होने लगा है।
डा.सिंह ने आज जिले के टेडेसरा में जिले के प्रथम बी.पी.ओ. (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) केन्द्र ‘आरोहण’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज राजनांदगांव जिले के लिए ऐतिहासिक दिन है, जब जिले के युवाओं को अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण बी.पी.ओ. की सौगात मिल रही है।
उन्होंने कहा कि बी.पी.ओ. में काम करने के लिए अब जिले के युवाओं को बेंगलुरु, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है।उनका बी.पी.ओ. में काम करने का सपना राजनांदगांव में ही पूरा हो रहा है। आरोहण बी.पी.ओ. के दस हजार वर्गफीट के कैंपस में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। प्रारंभिक तौर पर यहां तीन सौ युवाओं को रोजगार मिला है। क्रमशः पांच सौ और एक हजार युवाओं को इस बी.पी.ओ. में रोजगार मिलेगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि इस बी.पी.ओ. के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खुल रहे हैं। आरोहण का अर्थ आगे बढ़ना है।यहां मिलने वाले व्यावहारिक कार्य अनुभव से युवा अपनी क्षमता का विस्तार करने का प्रयास करें। राज्य सरकार इस बी.पी.ओ. की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए हर संभव सहयोग देगी। बी.पी.ओ. में काम करने वाले युवाओं को स्पोकन इंग्लिश का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बी.पी.ओ. में युवाओं को वैश्विक स्तर पर काम करने का अनुभव मिलेगा।
शुभारंभ समारोह में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चंद्राकर, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, राज्य 20 सूत्रीय कार्यक्रम कियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री खूबचंद पारख और पूर्व सांसद श्री प्रदीप गांधी सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।