नैनीतालः उत्तराखंड की प्रसिद्ध आदि कैलाश यात्रा शनिवार को कुमाऊं मंडल के टनकपुर से भी प्रारंभ हो गई है। यहां से पहली बार यात्रा का आगाज हुआ है। अब यह यात्रा दो मार्गों से संचालित की जाएगी। पहले यात्री दल को आज टनकपुर से कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने हरी झंडी दिखाई। इस दल में विभिन्न राज्यों के कुल 50 यात्री शामिल हैं। इनमें 20 महिलायें भी शामिल हैं।
उत्तराखंड सरकार की पहल पर आयोजित यह यात्रा सात दिन चलेगी और तीर्थयात्री मानस खंड मंदिर माला के साथ ही कुमाऊं मंडल के विभिन्न धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के दीदार कर सकेंगे। यात्री दल चंपावत, पिथौरागढ़ के रास्ते आदि कैलाश पहुंचेंगे और चौकोड़ी से पाताल भुवनेश्वर होते हुए वापस काठगोदाम लौटेंगे। आदि कैलाश यात्रा को लेकर तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों में भारी उत्साह देखा गया।
वहीं मंडलायुक्त रावत ने इस मौके पर यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि कैलाश पर्वत अपने में अलौकिक तो हैं ही साथ ही यात्रा मार्ग भी बेहद खूबसूरत हैं। यही नहीं हिम राज के विहंगम एवं मन को चिर शांति प्रदान करने वाले मनमोहक दृश्य हैं, जो अलग अनुभूति प्रदान करते हैं। तीर्थ यात्री मानस खंड मंदिर माला के तहत सभी धार्मिक स्थलों तथा पर्यटन स्थलों के दर्शन कर सकेंगे। जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि यह कुमाऊं मंडल की अहम यात्रा है और पहले से अधिक सुगम और सुविधायुक्त हो गई है।
इससे पहले कुमाऊ मंडल निगम (केएमवीएन) की ओर से तीर्थ यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर यात्री दल की ओर से एक पौधा रोपा गया। इस दल में राजस्थान के अपर जिलाधिकारी उम्मेद सिंह, एडीजी दीपक पाराशर एवं 1998 से लगातार यात्रा कर रहे बाबा कैलाश नाथ शामिल हैं।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India