छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस फोर्स का ऑपरेशन जारी है। शनिवार को सुकमा जिले के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस फोर्स का ऑपरेशन जारी है। शनिवार को सुकमा जिले के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगने की खबर सामने आ रही है। हालांकि कुल कितने नक्सली मारे गये हैं। ये अभी तक प्रशासनिकतौर पर पुष्टि नहीं की गई है। फोर्स ने नक्सली बंद के मद्देनजर सुकमा जिले में ऑपरेशन तेज कर दिये हैं।
बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले, बीजापुर, नारायणपुर की तरह सुकमा जिले में भी नक्सलियों की मांद में घुसकर जवान लगातार अभियान चला रहे हैं। पुलिस फोर्स से मिली जानकारी के मुताबिक, कोंटा क्षेत्र के किन्द्रेलपाड़ के घने जंगलों में माओवादियों के जमावड़े की सूचना मिली थी, जिसके बाद डीआरजी-कोबरा-एसटीएफ के जवानों ने संयुक्त अभियान चलाया है। इस दौरान किन्द्रेलपाड़ के जंगलों में डीआरजी और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई।
सुकमा एसपी किरण चौहान ने बताया कि रुक-रुककर अभी भी इलाके में मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं। 26 मई को नक्सलियों ने बंद का आह्वान किया है, जिसको देखते हुए सुरक्षा बलों ने इलाके में ऑपरेशन तेज कर दिया है ।
लगातार एनकाउंटर, फिर भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे नक्सली
छत्तीसगढ़ में पुलिस सुरक्षा बल बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित जिलों में लगातार सर्चिंग कर नक्सलियों की मांद में घुसकर उनका एनकाउंटर कर रहे हैं। इस साल अब तक करीब 121 नक्सली एनकाउंटर में मारे गये हैं और बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से नक्सल मोर्च पर जवान नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। इसके बाद भी नक्सली अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। आये दिन जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए जगह-जगह आईईडी लगा रहे हैं। बैनर-पोस्टर लगाकर ग्रामीणों में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। अब 26 मई को नक्सलियों ने बंद का आह्वान किया है, जिसको देखते हुए सुरक्षा बलों ने इलाके में ऑपरेशन तेज कर दिया है।
23 और 24 मई को 8 नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ में 23 मई को नारायणपुर के अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षा बल के जवानों ने धावा बोला। जंगल के अंदर बड़ी संख्या में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना पर बस्तर फाइटर्स और एसटीएफ के करीब एक हजार जवान रवाना हुए थे। पुलिस जैसे ही जंगल के भीतर घुसी, नक्सलियों ने उन पर हमला बोल दिया। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और घंटों तक रुक-रुककर फायरिंग होती रही। मुठभेड़ के बाद मौके से सात नक्सलियों के शव मिले। पुलिस ने घटनास्थल से नक्सलियों के शव के साथ बड़े पैमाने पर हथियार, दवाई और दैनिक सामग्री जब्त की। इसके बाद 24 मई को नारायणपुर में पुलिस और नक्सलियों के बीच फिर मुठभेड़ हुई थी। अबूझमाड़ के इलाके में नक्सलियों ने फोर्स पर उस वक्त हमला बोला, जब पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सात नक्सलियों के शव लेकर वापस लौट रही थी। इस दौरान एनकाउंटर में एक और नक्सली मारा गया। इस तरह कुल 8 नक्सली मारे गये।