भयंकर गर्मियों ने बाहर निकलना ही मुश्किल नहीं कर रखा है बल्कि इसने रातों की नींद भी उड़ा रखी है जिसके चलते लोग तनाव डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। नींद की कमी का सीधा असर हमारे मूड पर पड़ता है। इससे सेरोटोनिन हार्मोन का लेवल गिरने लगता है। हालांकि हेल्दी डाइट एक्सरसाइज और अच्छी नींद लेकर इसे बैलेंस किया जा सकता है।
चुस्त-दुरुस्त बने रहने के लिए हेल्दी डाइट और रोजाना एक्सरसाइज के साथ अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी माना जाता है, लेकिन इन दिनों ऐसी भंयकर गर्मी पड़ रही है और साथ ही कई शहरों में घंटों तक बिजली भी गायब रह रही है, जिससे चलते लोगों की नींद उड़ गई है। नींद पूरी न होने से लोगों के दिमाग में केमिकल लोचा हो रहा है। मेडिकल लैंग्वेज में कहें तो लोगों का सेरोटोनिन हार्मोन डिस्बैलेंस हो रहा है। जिसके चलते भूलने की बीमारी, चिड़चिड़ापन, ज्यादा गुस्सा आना, घबराहट जैसे लक्षण देखने को मिल रहा है। सेरोटोनिन को हैप्पी हॉर्मोन भी कहते हैं।
सेरोटोनिन हार्मोन का काम
सेरोटोनिन एक केमिकल है, जो मस्तिष्क और पूरे शरीर में तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संदेश पहुंचाने का काम करता है। हालांकि सेरोटोनिन और भी कई भूमिकाएं निभाता है। ये केमिकल मूड, नींद, पाचन, मतली, घाव भरने, बोन हेल्थ और यौन इच्छा जैसे शारीरिक कार्यों में अहम भूमिका निभाता है। यह आपके सोने और जागने के समय को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए मेलाटोनिन के साथ काम करता है।
सेरोटोनिन हार्मोन में गड़बड़ी के लक्षण
इसकी कमी होने से मूड पर सीधा असर पड़ता है, जो डिप्रेशन, तनाव का कारण बन सकता है। खुश, रिलैक्स और भावनात्मक रूप से स्थिर रहने के लिए सेरोटोनिन की जरूरत होती है। अच्छी नींद न लेने, नशीली दवाओं के इस्तेमाल से, मोटापा और बहुत ज्यादा चीनी व सैचुरेटेड फैट्स वाली चीजें खाने से सेरोटोनिन हार्मोन डिस्बैलेंस होने का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे रखें इस हार्मोन को संतुलित
इस हार्मोन को संतुलित करने के लिए आप काजू, अनानास, केला और मूंगफली को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही सोने से कम से कम एक घंटा पहले गैजेट्स से दूरी बना लें। दिन में थोड़ी देर ही सही एक्सराइज के लिए वक्त निकालें। फलों के अलावा हरी सब्जियां भी खाएं।
इन तरीकों को अपनाकर आप गर्मियों में स्वस्थ और हैप्पी बने रह सकते हैं।