इंदौर से मानसून विदा हो गया और बारिश का कोटा पूरा भी नहीं हुआ। गनीमत रही की सितंबर के आखिर में कुछ दिन अच्छी बारिश हो गई वरना इंदौर पानी को तरस जाता। इंदौर में इस सीजन में 35.5 इंच बारिश हुई जो औसत से ढाई इंच कम है। फिलहाल स्ट्रॉन्ग सिस्टम नहीं होने से अब बारिश थमने के आसार हैं।
सितंबर के अंत में मिली राहत
मंगलवार को सुबह से निकली तेज धूप ने यह इशारा कर दिया है कि अब बादल शायद ही आएंगे। अब अक्टूबर में जो बारिश होगी वह इस सीजन के बारिश के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होगी। मानसून को सितंबर तक ही माना जाता है। इस बार जून और जुलाई में कम हुई बारिश ने इंदौरियों को चिंता में डाल दिया था, लेकिन अगस्त-सितम्बर ने काफी कुछ भरपाई कर दी, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
बारिश का सिस्टम थमने वाला, धूप निकलेगी
मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती के मुताबिक बारिश कराने वाला सिस्टम अब जल्द थम जाएगा। ऐसे में तेज धूप निकलने का अनुमान है। इस सीजन में तालाबों का स्तर अभी ठीक है जबकि सोयाबीन की फसलों का उत्पादन भी अच्छा हुआ है। सितंबर के आखिरी हफ्ते में हुई बारिश से बेटमा, सांवेर के कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन को थोड़ा नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि देपालपुर का सबसे बड़ा तालाब बनेडिया लबालब भरा है लेकिन 90 एकड़ वाला शाहपुरा तालाब आधा ही भरा है। पिछले साल अच्छी बारिश होने के कारण ये काफी दिनों तक दोनों ही ओवर फ्लो थे। इस बार स्थिति इस तरह की नहीं है।