रायपुर 09 जनवरी।24वीं अखिल भारतीय वन खेल प्रतियोगिता आज यहां से शुरू हो गई।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा में दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वन सम्पदा के मामले में देश में दूसरे नंबर पर आता है। यहां के 45 प्रतिशत भूभाग पर वन है।ग्लोबल वार्मिंग की विश्व व्यापी चिन्ता के बीच छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश की जनता के सहयोग से पर्यावरण को बचाए रखने के लिए सतत् प्रयास कर रही है।केन्द्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता की।
श्री बघेल ने प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों का छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से अभिनन्दन करते हुए कहा कि ये खिलाड़ी छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और भाईचारे की भावना की मधुर स्मृति लेकर लौटेंगे।उन्होने कहा कि खेल के मैदानों में खेल भावना के साथ खेल का कौशल दिखे, तो ज्यादा आनंद आता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी आगामी चार दिनों तक छत्तीसगढ़ में रहेंगे और यहां की कला संस्कृति, आचार-विचार और खान-पान से परिचित होंगे।
केन्द्रीय वन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी कठिन परिस्थितियों में वनों की सुरक्षा के जोखिमपूर्ण कार्य करते हैं। चुनौतीपूर्ण कार्यों के बावजूद अधिकारी-कर्मचारी खेल गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। यह प्रशंसनीय है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जीवन में अच्छे स्वास्थ्य का महत्व सबसे अधिक होता है। अच्छे स्वास्थ्य को ही अच्छी संपत्ति मानी जाती है। केन्द्रीय वन मंत्री ने कहा कि 45 प्रतिशत से अधिक बीमारियां शारीरिक निष्क्रियता के चलते होती है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए शारीरिक श्रम जरूरी है।
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि खेल में सम्पूर्ण मानव जाति को एकसूत्र में बांधने की ताकत होती है। खेल से अनुशासन के साथ-साथ सहयोग और एकता की भावना विकसित होती है। श्री अकबर ने कहा कि वनों की सुरक्षा का कार्य एक टीम के रूप में किया जाता है।विभाग के अधिकारियों – कर्मचारियों में खेल प्रतियोगिताओं से टीम भावना बढ़ती है। उन्होंने कहा कि मैं इस प्रतियोगिता को प्रतियोगिता से अधिक खेल महोत्सव मानता हूं।