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हरियाणा चुनाव में ‘वोट चोरी’ का राहुल गांधी का आरोप, बोले – लोकतंत्र खतरे में, 25 लाख फर्जी वोटर मिले

नई दिल्ली, 5 नवम्बर।लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर “वोट चोरी” का सनसनीखेज आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास ऐसे ठोस प्रमाण हैं जिनसे यह साबित होता है कि हरियाणा में मतदाता सूची में करीब 25 लाख फर्जी या दोहरे नाम वाले मतदाता शामिल किए गए थे।

    श्री गांधी ने आज यहां एआईसीसी मुख्यालय में एक विशेष प्रेस वार्ता कर इस खुलासे को “H-Files” नाम से प्रस्तुत करते हुए दावा किया कि यह सिर्फ तकनीकी त्रुटि नहीं, बल्कि “सुनियोजित साजिश” है, जिसमें भाजपा और चुनाव आयोग दोनों की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि अगर मतदाता सूची ही भ्रष्ट कर दी जाए, तो लोकतंत्र की पूरी नींव हिल जाएगी।

उन्होने कहा कि “हरियाणा में कुल मतदाता लगभग दो करोड़ हैं, जिनमें से करीब 12.5 प्रतिशत यानी 25 लाख वोटर नकली या डुप्लिकेट पाए गए हैं। इनमें पाँच लाख से अधिक दोहरे नामों वाले, 93 हजार अमान्य और 19 लाख से अधिक संदिग्ध ‘बुल्क वोटर’ हैं,”।

उन्होंने एक चौंकाने वाला उदाहरण देते हुए बताया कि एक ब्राजीलियन मॉडल की फोटो हरियाणा के वोटर लिस्ट में 22 बार अलग-अलग नामों जैसे ‘सीमा’, ‘स्वीटी’, ‘सरस्वती’ आदि से दर्ज की गई है। राहुल ने कहा, “अगर यह मज़ाक नहीं तो क्या है? क्या हमारा चुनावी तंत्र अब फर्जी पहचान और काल्पनिक चेहरों पर चल रहा है?”

राहुल गांधी ने कहा कि इन तथ्यों को पार्टी ने राज्यवार तरीके से संकलित किया है और सबूतों सहित एक रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा-शासित राज्यों में एक संगठित नेटवर्क सक्रिय है जो फर्जी पहचान पत्र और मतदाता-पंजीकरण का उपयोग कर परिणाम प्रभावित कर रहा है।

विपक्ष के नेता ने देश के युवाओं से अपील की कि वे “वोटर रोल पारदर्शिता” के मुद्दे पर जागरूक हों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाएं। “यह सिर्फ हरियाणा की बात नहीं, बल्कि भारत के भविष्य की बात है। अगर वोटर-लिस्ट ही गलत है तो जनता की सत्ता कहाँ रही?” उन्होंने कहा।

राहुल गांधी ने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस “H-Files” के तहत विस्तृत सबूत अदालत में भी पेश करेगी और चुनाव आयोग से मांग करेगी कि पूरे हरियाणा में वोटर-लिस्ट का स्वतंत्र फॉरेंसिक ऑडिट कराया जाए।

     दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी बिना प्रमाण के झूठ फैला रहे हैं और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने भी प्रारंभिक प्रतिक्रिया में कहा है कि यदि कांग्रेस के पास ठोस प्रमाण हैं तो उन्हें औपचारिक शिकायत दर्ज करानी चाहिए। आयोग ने सवाल उठाया कि यदि चुनाव के दौरान ऐसी गड़बड़ियाँ थीं तो कांग्रेस के बूथ एजेंटों ने उस समय आपत्ति क्यों नहीं की।

इस पूरे घटनाक्रम से राष्ट्रीय राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। राहुल गांधी के आरोपों से न केवल हरियाणा बल्कि देशभर में चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर बहस तेज हो गई है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कांग्रेस “H-Files” के प्रमाण कब और किस रूप में सार्वजनिक करती है तथा चुनाव आयोग इस पर क्या कार्रवाई करता है।