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छत्तीसगढ़ में 2026 होगा ‘महतारी गौरव वर्ष’

रायपुर, 24 दिसंबर।छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगामी वर्ष को ‘महतारी गौरव वर्ष’ के रूप में मनाने की घोषणा की है।

  राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय विकसित भारत के लक्ष्य और छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047 के अनुरूप लिया गया है, जिसमें महिलाओं की सशक्त भागीदारी को विकास का आधार माना गया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि महतारी गौरव वर्ष के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन, सामाजिक गरिमा और नेतृत्व क्षमता को सशक्त करने पर विशेष फोकस रहेगा। उन्होंने कहा कि माताओं और बहनों का विश्वास सरकार की सबसे बड़ी शक्ति है, जिससे जनसेवा के कार्यों को नई दिशा मिलती है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के रूप में सेवा का पहला वर्ष ‘विश्वास वर्ष’, दूसरा वर्ष ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाया गया और अब आगामी वर्ष मातृशक्ति को समर्पित रहेगा, जिसमें राज्य की सभी प्रमुख योजनाओं का केंद्र बिंदु महिलाएं होंगी।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना के तहत लगभग 70 लाख विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये की सहायता दी जा रही है। अब तक 14,306.33 करोड़ रुपये की राशि 22 किश्तों में सीधे बैंक खातों में अंतरित की जा चुकी है। महिला कल्याण हेतु 5,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

महिलाओं को संपत्ति अधिकार देने के लिए रजिस्ट्री शुल्क में 1 प्रतिशत छूट, 368 महतारी सदनों का निर्माण, मितानिनों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय का ऑनलाइन भुगतान तथा 42,878 महिला स्व-सहायता समूहों को 12,946.65 लाख रुपये का रियायती ऋण प्रदान किया गया है। बस्तर सहित छह जिलों में रेडी-टू-ईट का कार्य महिला समूहों को सौंपा गया है।

महिला आजीविका बढ़ाने हेतु नोनी सशक्तिकरण योजना, नवाबिहान, डिजिटल सखी, दीदी ई-रिक्शा, सिलाई मशीन सहायता, मिनीमाता महतारी जतन योजना लागू की गई हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सहायता राशि सीधे कन्या के बैंक खाते में भेजी जा रही है।

महिला सुरक्षा के लिए वन-स्टॉप सेंटर, 181 महिला हेल्पलाइन और डायल-112 के एकीकृत संचालन से त्वरित सहायता सुनिश्चित हुई है। सुखद सहारा योजना के अंतर्गत 2.18 लाख से अधिक विधवा एवं परित्यक्ता महिलाओं को प्रतिमाह सहायता दी जा रही है।किशोरियों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए शुचिता योजना, साइकिल वितरण योजना तथा नवा रायपुर में यूनिटी मॉल का निर्माण महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों को बाजार से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।