रायपुर 07 सितम्बर।अंतागढ़ टेपकांड मामले में आज मामले के मुख्य आरोपी मंतूराम पवार के न्यायालय में दिए बयान से भूचाल आ गया है।उन्होने न्यायालय में दिए बयान में नाम वापसी के लिए साढ़े सात करोड़ रूपए की डील होने की स्वीकरोक्ति की है।
मंतूराम पवार ने जिला न्यायालय में अपना बयान दर्ज कराते हुए स्पष्ट कर दिया है, कि साढ़े सात करोड़ रुपये में डील हुई थी।डील में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत,पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और पूर्व विधायक अमित जोगी शामिल थे।उन्होने अदालत में 164 के तहत बयान दर्ज कराते हुए कहा कि अंतागढ़ उपचुनाव मैदान से हटने को लेकर उन पर काफी दबाव था।चुनावी मैदान में हटने के बाद से वे बेहद प्रेशर में रहे।उन्हें हमेशा इस बात को लेकर आत्मग्लानि रही।
दरअसल अंतागढ़ टेपकांड मामले में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री किरणमयी नायक की शिकायत पर पंडरी थाने में मंतूराम पवार, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी, डॉ. पुनीत गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।पुलिस ने धारा 406, 420 171-ई, 171-एफ, 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 9 और 13 के तहत भी मामला दर्ज है।
श्री पवार ने अदालत में बयान के बाद कहा कि उन पर अदालत में बयान के लिए किसी का कोई दबाव नही था।उन्होने कहा कि वह भी भाजपा के सदस्य है,और अगर बयान के बाद पार्टी उन पर कोई कार्रवाई करती है तो अगले राजनीतिक कदम के बारे में निर्णय लेंगे।