केदारनाथ 05 नवम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने और कुछ अन्य को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद कहा कि भारतीय दर्शन में मानव कल्याण प्रमुख है।
श्री मोदी ने इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए भारत की महान आध्यात्मिक ऋषि परंपरा का स्मरण किया।उन्होने रामचरितमानस की एक चौपाई का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बाबा केदारनाथ की शरण में उन्हें ऐसी ही अनुभूति हो रही है।
उन्होने वर्ष 2013 में आई केदारनाथ बाढ़ को याद करते हुए कहा कि इस बाढ़ से हुई क्षति अकल्पनीय थी। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं, पुजारियों, पुजारियों के रावल परिवारों, अधिकारियों और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को केदारनाथ धाम में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया।
श्री मोदी ने कहा कि वे ड्रोन और अन्य तकनीकों के माध्यम से काम की प्रगति की निगरानी करते रहे। उन्होंने कहा कि इस प्राचीन भूमि पर सनातन के साथ आधुनिकता का यह संयोजन और ये विकास कार्य भगवान शंकर की प्राकृतिक कृपा का परिणाम हैं।उन्होने कहा कि चार धाम सड़क परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और भविष्य में श्रद्धालु केबल कार से केदारनाथ जा सकेंगे।उन्होने बताया कि हेमकुंड साहिब में भी दर्शन के लिए रोपवे बनाने का काम चल रहा है।
उन्होने एक अरब 80 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें संगम घाट का पुनर्विकास, प्राथमिक चिकित्सा और पर्यटक सुविधा केंद्र, प्रशासनिक कार्यालय और अस्पताल, दो अतिथि गृह, पुलिस थाना, कमांड और नियंत्रण केंद्र, मंदाकिनी आस्थापथ कतार प्रबंधन सहित कई परियोजनाएं शामिल हैं।
इस अवसर पर देशभर में 12 ज्योतिर्लिंगों और चारों धामों पर भी पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर मध्यप्रदेश में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर और खंडवा के ओंकारेश्वर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई। ये दोनों मंदिर, भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में शामिल हैं।