छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके दंतेवाड़ा में सुरक्षा बालों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। ‘लोन वर्राटू यानी घर वापस आइए’ अभियान के तहत आज 10 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए। आत्मसमर्पण करने वाले 10 नक्सलियों में से 8 की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित था। जिले के पुलिस अधिकारी ने नक्सलियों के सरेंडर की पुष्टि करते हुए बताया कि नक्सलियों ने माओवादी आंदोलन छोड़कर आत्मसमर्पण किया है। लोन वर्राटू अभियान को सफलता मिल रही है।
हथियार डालकर फिर से समाज की मुख्य धारा में लौटने के लिए सरेंडर करने वाले नक्सलियों की पहचान मिलिशिया प्लाटून कमांडर बांदी उर्फ कोल्ला मडकम, सोना मडकम, हेमंत कवासी, दुदवा कोर्रम, मसा मंडावी, लखमा मंडावी, नंदा मंडावी, देवा उर्फ दीपक कश्यप, मासा मंडावी और बुधरा कश्यप के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इनमें से आठ पर 8,000 रुपये से 10,000 रुपये तक का इनाम घोषित था।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के खुफिया सेल की मदद के बदौलत नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। राज्य सरकार की लोन वर्राटू यानी घर वापस आइए अभियान के तहत समर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार उन्हें आवश्यक सहायता मुहैया कराई जाएगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जून 2020 से अबतक अभियान के तहत दंतेवाड़ा जिले में 578 नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जिनमें से 145 के ऊपर इनाम घोषित था। अभियान का असर नक्सलियों पर पड़ रहा है और बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं और समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं।