रायपुर 16 मार्च।छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज बेरोजगारी भत्ते को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा एवं सत्तारूढ़ कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोक हुई।भाजपा सदस्यों में उच्च शिक्षा मंत्री के जबाव से असन्तुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन किया।
उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने प्रश्नोत्तरकाल में भाजपा के वरिष्ठ सदस्य अजय चन्द्राकर के पूरक प्रश्नों के उत्तर में बताया कि राज्य में नए रोजगार की चाहत ऱखनेवाले 1878126 लोग पंजीकृत है।उन्होने कहा कि रोजगार कार्यालयों में दर्ज सूची के आधार पर बेरोजगारी भत्ता नही दिया जा सकता क्योंकि यह सूची सटीक नही है।उन्होने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार रोजगार कार्यालयों में पंजीयन के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य नही किया जा सकता।
उन्होने बताया कि बेरोजगारी भत्ते देने के लिए कलेक्टरों से अलग से डाटा मंगाया जा रहा है।इसके लिए अर्हता तय की गई है।अहर्ता में उम्र,आय,परिवार में किसी की सरकारी नौकरी में नही होना शामिल है।विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच अध्यक्ष डा.चरणदास महंत ने मंत्री से जानना चाहा कि बेरोजगारी भत्ता देने वाले है तो पता होना चाहिए कि कौन बेरोजगार है।श्री पटेल ने कहा कि सेन्टर फार मानिटरिंग इंडिया इकोनामिक(सीएमआईई) को राज्य सरकार मान्यता नही देती लेकिन देश में वह बेरोजगारी का डाटा देने वाली इकलौती संस्था है।
श्री पटेल ने कहा कि पहले नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन(एनएसएसओ)यह कार्य करता था लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद से आकंड़े आना बन्द हो गया है।उन्होने दो करोड़ नौकरी प्रति वर्ष देने की बात की थी इसलिए आकंड़े छिपाने के लिए जारी नही हो रहे।मोदी सरकार का नाम लेने पर भाजपा सदस्यों ने कड़ी आपत्ति की,और कहा कि मंत्री सटीक उत्तर नही दे रहे है।भाजपा सदस्यों ने कहा कि एक तऱफ राज्य सरकार (सीएमआईई) को मान्यता नही देती दूसरी ओर इसके आकड़ों के आधार पर प्रचार में दो करोड़ रूपए के विज्ञापन जारी कर दिए गए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भारत सरकार लगातार आकंड़े नही जारी कर रही हो चाहे बेरोजगारी की बात हो या फिर जनगणना की बात हो।कहीं न कहीं आधार लेना होगा।उन्होने कहा कि सीएमआईई के आकंड़े दुनिया मान रही है,छत्तीसगढ़ ने अगर बेरोजगारी के बारे उपलब्धि हासिल की है तो सभी को गर्व होना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि रोजगार कार्यालय़ का आकंड़ा सही नही है यह घुमाकर उत्तर मंत्री दे रहे है।बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।उन्होने मंत्री पर सटीक उत्तर नही देने का आरोप लगाया और भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।