रायपुर 18 जून।आदिपुरूष फिल्म को लेकर उठे विवाद पर छत्तीसगढ़ भाजपा में एक राय नही हैं।केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह एवं पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.रमन सिंह ने रामायण और भगवान राम के चरित्र को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने का विरोध किया है,जबकि पार्टी के प्रदेश अध्य़क्ष सांसद अरूण साव ने पहले विरोध का ट्वीट किया और बाद में उसे डिलीट कर दिया।
केन्द्रीय जनजाति मामलों की राज्य मंत्री एवं राज्य की सरगुजा सीट से सांसद रेणुका सिंह ने छत्तीसगढ़ में फिल्म पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है।सुश्री सिंह ने ट्वीट कर कहा कि फिल्म आदिपुरूष में हमारे आराध्य देव प्रभु श्री राम,माता जानकी,वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन जिस तरह से किया गया है,और पात्रों के मुंह से जिस तरह के भद्दे डायलाग बोले गए है,इससे करोड़ो लोगो की भावनाएं आहत हुई है।
उन्होने कहा कि..मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आशा करती हूं कि श्री राम के ननिहाल में इस फिल्म पर प्रतिबन्ध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे..।
पूर्व मुख्यमंत्री डा.सिंह ने यहां बयान जारी कर कहा कि कहा कि भगवान श्री राम भारत के रोम-रोम मे बसे हैं, फ़िल्म में श्री राम और रामायण के चरित्र को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत करना ठीक नहीं है।उन्होने कहा कि युग-युगांतर से श्री राम जी की छवि पूरे देश में मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में हमारे मन में बसी हुई है।यही कारण है कि आज जब एक फ़िल्म श्री राम और रामायण के चरित्र को तोड़-मरोड़ रही है तब पूरा देश इस नकारात्मकता के विरुद्ध खड़ा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण साव ने फिल्म के विरोध में ट्वीट किया और बाद में उसे टिलीट कर दिया।प्रदेश कांग्रेस ने उनके ट्वीट का स्क्रीनशाट लेकर जारी किया है जिसमें उन्होने कहा था कि ..सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म आदिपुरूष के कुछ क्लिप की जानकारी मिली है।फिल्म में भाषा,वेशभूषा,और सनातन संस्कारों से छेड़छाड़ की गई है।ये फिल्म धार्मिक भावना को आहत करती है,मैं कड़े शब्दों में निन्दा करता हूं।छत्तीसगढ़ शासन को ऐसी फिल्म को बैन करना चाहिए..।प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ने पूछा हैं कि श्री साव ने विरोध का ट्वीट क्यों डिलीट किया इसे बताना चाहिए।