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नगरनार संयंत्र के निजीकरण नही होने का आदेश दिखाने की कांग्रेस ने दी चुनौती

रायपुर 20 अक्टूबर।राज्यसभा में कांग्रेस संसदीय दल के उप नेता प्रमोद तिवारी ने गृह मंत्री अमित शाह को एनएमडीसी के बस्तर ने नगरनार ने नवनिर्मित इस्पात संयंत्र के निजीकरण नही होने के बयान को भ्रामक एवं झूठा करार देते हुए उन्हे संयंत्र का निजीकरण नही होने का आदेश सार्वजनिक करने की चुनौती दी है।

    श्री तिवारी ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि      कल गृहमंत्री अमित शाह बस्तर में  एक और झूठ बोलकर गये कि बस्तर के नगरनार स्थित एनएमडीसी संयंत्र को नहीं बेचा जायेगा। यदि नगरनार संयंत्र नहीं बेचा जा रहा तो इसका फैसला कब हुआ। कब केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने नगरनार संयंत्र को विनिवेशीकरण की सूची से बाहर किया, उसको नहीं बेचने का आदेश कहां है इसका मोदी और अमित शाह जवाब दें?

   उन्होने कहा कि सच्चाई यह हैं कि मोदी सरकार ने नगरनार को बेचने का फैसला कर लिया है। इसके बेचने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। 14 अक्टूबर 20 में भारत सरकार ने एनएमडीसी (नगरनार) स्टील प्लांट में 50.79 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया था। उक्त कार्य हेतु भारत सरकार के वित्त विभाग के अधीन “निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग” (डीआईपीएएम) को सौंपा गया।

    श्री तिवारी ने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति द्वारा लिया गया। इस बैठक में नगरनार स्टील प्लांट के राजनीतिक विनिवेश का कार्य सितंबर 21 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया।उक्त निर्णय के क्रियान्वयन हेतु “दीपम” (डीआईपीएएम) ने 2 दिसंबर 22 को नगरनार की रणनीतिक बिक्री हेतु प्रारंभिक बोलियां आमंत्रित की गयी। इस निविदा के संबंध में निजी निवेशकों को अन्य जानकारी प्राप्त करने हेतु प्रश्न जमा करने की अंतिम तारीख 29 दिसंबर 22 तथा बोली जमा करने की अंतिम तिथि 27 जनवरी 23 रखी गयी थी।