नई दिल्ली/पटना 02 अगस्त।उच्चतम न्यायालय ने आज बिहार के मुज्जफरपुर जिले में एक बालिका आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों के कथित यौन शोषण की घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लिया है।
न्यायालय ने बिहार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।न्यायालय ने मीडिया से पीडि़तों का साक्षात्कार नहीं दिखाने का निर्देश दिया, क्योंकि बार-बार ऐसा करने से उन्हें मानसिक आघात पहुंचता है।न्यायालय ने पीडि़तों की तस्वीरों का रूपान्तरण भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर दिखाने पर रोक लगा दी है।
इस बीच पटना से मिली खबर के अनुसार बालिका आश्रय गृह यौन शोषण की घटना के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के बंद का मिलाजुला असर रहा है।प्रदर्शनकारी इस मामले में आश्रय गृह के प्रमुख से सम्बन्ध रखने वाले नेताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। वामपंथी दल समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।