अवैध व्यापार पर लगाम लगाने की पहल भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने की है। इसके खिलाफ जागरूकता लाने के लिए उनके नेतृत्व में ‘ऑटो रैली’ निकाली गई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि तस्करी से हमारी अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है।
इन स्रोतों से मिलने वाले धन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों की फंडिंग में किया जाता है। उनका नेटवर्क अभी भी तस्करी के माध्यम से पैसे जुटाने और सक्रिय रहने के प्रयास में है। इसलिए तस्करी विरोधी गतिविधियों के बारे में जागरूकता लाना बेहद आवश्यक है। फिक्की के इस अभियान को सभी राज्यों में शुरू करने का आग्रह किया है।
खंडेलवाल ने दिल्ली के खुदरा विक्रेताओं से अपील की है कि इस अभियान का हिस्सा बनें। अल्कोहलिक बेवरेज और तंबाकू उत्पादों जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों में अवैध व्यापार बहुत तेजी से बढ़ा है। अर्थव्यवस्था को तबाह कर रही तस्करी एवं जालसाजी जैसी गतिविधियों के विरुद्ध बनी कमेटी के चेयरमैन अनिल राजपूत ने कहा कि हम सभी वैध तरीकों से सभी उत्पाद खरीदेंगे और उन पर निर्धारित कर का पूरा भुगतान करेंगे तो देश तेजी से प्रगति करेगा।
अवैध कारोबार करने वाले भारतीय बाजारों में प्रवेश करने के लिए तस्करी का रास्ता अपनाते हैं। ऑटो रैली तानसेन मार्ग, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, आउटर सर्कल कनॉट प्लेस और बाराखंभा रोड से होते हुए फिक्की हाउस में समाप्त हुई।
एक दशक का आंकड़ा
600% बढ़ा है एफएमसीजी पैकेज्ड फूड्स सेगमेंट में
अवैध व्यापार।
317% तक बढ़ा है अवैध तरीके से एल्कोहल का कारोबार।
270% तक बढ़ा है एफएमसीजी पर्सनल गुड्स का व्यापार।
बाकू के अवैध कारोबार में 155% की वृद्धि दर्ज की गई
करोड़ों रुपये का होता है अवैध कारोबार
एफएमसीजी पैकेज्ड फूड्स के बाजार का आकार 2010 में 20,378 करोड़ था, जो 2020 में बढ़कर 1,42,284 करोड़ रुपये हो गया।
एफएमसीजी पर्सनल गुड्स का आकार 2010 में 15,035 करोड़ रुपये का था, जो 2020 में बढ़कर 55,530 करोड़ रुपये हो गया।
तंबाकू के अवैध कारोबार का आकार 8,965 करोड़ से बढ़कर 22,930 करोड़ रुपये हो गया।
अल्कोहल का अवैध बाजार 5,626 करोड़ रुपये से बढ़कर 23,466 करोड़ रुपये दर्ज किया गया।
राजकोष का नुकसान 22,230 करोड़ रुपये से बढ़कर 58,521 करोड़ रुपये हो गया है।
(नोट- फिक्की कास्केड के अध्ययन के आधार पर)