रायपुर 18 अगस्त।छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में हुई हिंसक घटनाओं के सिलसिले में पुलिस द्वारा कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने 24 अगस्त को सभी जिलों में धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आज यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि 20 अगस्त को विधायक दल की बैठक में रणनीति बनाई जायेगी और 24 अगस्त को गिरफ्तारी के विरोध में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।उन्होने कहा कि बलौदाबाजार के मामले में साय सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छुपाने विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। कांग्रेस विधायक की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है। यह विपक्ष को बदनाम करने की साजिश है।
उन्होने कहा कि विधायक श्री यादव बलौदाबाजार में न भाषण दिये और न ही कलेक्टर ऑफिस प्रदर्शन में शामिल हुये। वे भीड़ में पांच मिनट रूक कर वापस आ गये थे। कही भी किसी हिंसक घटना में उनके संलिप्तता का कोई भी साक्ष्य नहीं और न ही वे किसी भी प्रकार की घटना में शामिल थे। पुलिस ने उनको गलत तरीके से गिरफ्तार किया है।श्री बैज ने कहा कि सरकार, पुलिस बताये किन भाजपा नेताओं को नोटिस दिया, पूछताछ की गयी। कांग्रेस के किन नेताओं का नाम है, हम खुद पूछताछ के लिये लेकर आयेंगे। न्याय संगत कार्यवाही होनी चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि विधायक श्री यादव को षड्यंत्र पूर्वक फंसाने के लिये बड़ी संख्या में धाराएं लगाई है। इस गिरफ्तारी की हम निंदा करते है। हम सब देवेन्द्र यादव के साथ है। भाजपा की सरकार कांग्रेस के नेताओं को परेशान कर रही है। देवेन्द्र यादव को बिना किसी साक्ष्य के गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के पास कोई साक्ष्य हो तो प्रस्तुत करे। विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है। बलौदा बाजार की घटना की निष्पक्ष जांच करवाने में सरकार विफल है। भाजपा की सरकार कांग्रेस नेताओं को निशाना बना रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ कि कलेक्टर एवं एसपी आफिस जला दिये जाते है। 10 जून की घटना को लेकर पूरे 67 दिन बाद देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी हुआ है। धाराएं इतनी है कि जांच अधिकारी जितना लिख सकता था उतना लिखा। भाजपा ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम किया। भाजपा अपनी नाकामी को छुपाने के लिये ऐसी कार्यवाही कर रहे है। पुलिस ने जो धारा लगायी है उनको साक्ष्य दिखाना चाहिये। षड़यंत्रपूर्वक गलत धाराओं के तहत देवेन्द्र यादव के ऊपर 20 धाराओं के ऊपर कार्यवाही की गयी है। यह सरकार की हताशा को बताता है। पुलिस को बताना चाहूंगा कि सरकार तो आती जाती रहती है ऐसा कोई काम न करे कि वो नजरे ना मिला सके। पुलिस पूछताछ कर रही थी फिर गिरफ्तार कर ले आई। क्योकि यह कार्यवाही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के संरक्षण में हुआ है।उन्होने कहा कि सतनामी समाज ने सीबीआई जांच की मांग की हैं तो सरकार क्यो सीबीआई जांच नही करवाती है। छोटी-छोटी घटनाओं की सीबीआई जांच की अनुशंसा की गयी है तो इतनी बड़ी घटना जिसमें एक समाज के प्रतीक चिन्ह को तोड़ा गया। एक जिले के कलेक्टर, एसपी कार्यालय को जला दिया गया उसकी सीबीआई जांच करवाने में क्या परहेज है। हम सबने वर्तमान जज की देखरेख में जांच कराने कहा क्यों नहीं करवाया गया?