उत्तर भारत की प्रसिद्ध श्रीराम बरात का आयोजन शनिवार को दोपहर 2 बजे से किया जाएगा। लंबे समय बाद समय में बदलाव किया गया है। बरात में 110 फीट की तिरंगा यात्रा के साथ शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के बलिदान की झांकी भी होगी। रामलीला कमेटी की तरफ से 121 झांकियां निकालने का दावा किया गया है। 12 बैंड भी शामिल होंगे।
श्रीरामबरात का शुभारंभ लाला चन्नौमल की बारहदरी रावतपाड़ा से होगा। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष व विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि लंबे समय बाद रामबरात दोपहर 2 बजे से शुरू होगी। पहले दिन में रामबरात निकाली जाती थी लेकिन वक्त के साथ समय में बदलाव हो गया। रात 2 बजे तक बरात को जनकपुरी तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। इस बार करीब 121 झांकियां निकाली जाएगी। मेरठ, उज्जैन, कानपुर, अरुणाचल प्रदेश, बनारस, इंदौर और दिल्ली से तैयार होकर आई झांकियां भी होंगी। उन्होंने बताया कि मुख्य आकर्षण बाबा नीम करोरी, बैल पर भगवान शंकर, खाटू श्याम, भारत को राइफल शूटिंग में मिले स्वर्ण पदक, 110 फीट की तिरंगा यात्रा, प्रेम मंदिर और शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के बलिदान की झांकी होगी। इसके साथ 15 रोड शो और दो अखाड़े भी होंगे।
ऐरावत हाथी के रूप में होगा रथ
प्रभु श्रीराम ऐरावत हाथी के रूप वाले रथ पर सवार होंगे। भरत और शत्रुघ्न के कमल आकृति वाले रथ होंगे, तो लक्ष्मण का रथ शेषनाग की आकृति वाला रहेगा। सभी भाइयों के रथों के आगे प्रमुख बैंड होंगे।
50 वर्ष पुराना रजत रथ बढ़ाएगा शोभा
राम बरात की शोभा 50 वर्ष पुराना रजत रथ बढ़ाएगा। इस रथ का जीर्णोद्धार कराया गया है। रजत रथ पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी विराजमान रहेंगी।