
केवडि़यां (गुजरात) 31 अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को देश के एकीकरण का श्रेय देते हुए कहा कि सरदार पटेल एक साहसिक व्यक्ति थे, जिन्होंने भारत को विखंडित करने के प्रयासों को विफल किया।
श्री मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस पर आज गुजरात के नर्मदा जिले के केवडि़यां में सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर सरदार पटेल ने भारत का एकीकरण न किया होता तो हमें सोमनाथ के दर्शन करने और गिर के जंगलों में शेर देखने या हैदराबाद के चारमीनार को देखने के लिए वीजा लेना पड़ता।
उन्होने कहा कि..सरदार साहब का सामर्थ्य तब भारत के काम आया था, जब मां भारती साढ़े पांच सौ से ज्यादा रियासतों में बंटी पड़ी। निराशावादियों को लगता था कि भारत अपनी विविधताओं के वजह से ही बिखर जाएगा। निराशा के उस दौर में भी सभी को उम्मीद की एक किरण दिखती थी और ये उम्मीद की किरण थी सरदार वल्लभभाई पटेल..।
प्रधानमंत्री ने इस प्रतिमा को देश की इंजीनियरिंग और तकनीकी क्षमताओं का प्रतीक बताया। 182 मीटर लंबी यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी में ऊंचाई अमरीका की स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है।प्रतिमा के पास श्री मोदी ने वॉल ऑफ यूनिटी का भी अनावरण किया।ये दीवार देशभर में विभिन्न राज्यों से लाई गई मिट्टी से बनाई गई है।
गुजरात के राज्यपाल ओ पी कोहली, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी इस अवसर पर मौजूद थे।
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