खून का संचार (Blood Circulation) हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। यह हमारे अंगों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है और साथ ही कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालता है। खराब ब्लड सर्कुलेशन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है जैसे कि थकान, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द। इसलिए रोज सुबह उठने के बाद कुछ ऐसे योगासन करने चाहिए, जिनसे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बने। यहां हम ऐसे ही 5 योगासनों (Yoga Poses to Improve Blood Circulation) के बारे में बताने वाले हैं।
अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog)
यह योगासन ब्लड सर्कुलेशन के लिए बहुत अच्छा है। इसमें आप अपने हाथों और पैरों को सीधा करते हुए, कूल्हों को ऊपर की ओर उठाते हुए त्रिकोण बनाते हैं। ऐसा करने से सिर में ब्लड सुकर्लेशन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इससे आपके पैर मजबूत होते हैं और इसमें सकुर्लेशन अच्छा हो जाता है।
त्रिकोणासन (Triangle Pose)
त्रिकोणासन एक स्टैंडिंग पोज है। यह मसल्स की टोनिंग और पैर के सुकर्लेशन के लिए बहुत अच्छा है। इस पोज को करने से छाती को खोलने और फेफड़ों के विस्तार में बहुत मदद मिलती है। अगर आपका ब्लड सकुर्लेशन खराब है, तो नियमित रूप से इसे करने से धड़ में सकुर्लेशन में सुधार होगा।
वृक्षासन (Tree Pose)
वृक्षासन बैलेंस और स्थिरता के लिए सबसे मशहूर योगासन है, जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करता है। यह आसन न केवल पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है, बल्कि रीढ़ की हड्डी और शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है।
ताड़ासन (Mountain Pose)
ताड़ासन शरीर के संतुलन को सुधारने के साथ-साथ मांसपेशियों और नसों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करता है। इस आसन को नियमित करने से खून का प्रवाह सभी अंगों तक अच्छी तरह से पहुंचता है, जिससे शरीर में एनर्जी बढ़ती है और थकान कम होती है।
विपरीत करणी आसन (Legs-Up-the-Wall Pose)
विपरीत करणी आसन की प्रैक्टिस करना बेहद आसान होता है। आप अपने रोजाना के योगासन में इसको भी शामिल कर सकते हैं। विपरीत करणी आसन में आप पीठ के बल लेट अपने कूल्हों को दीवार से छुआकर पैरों को दीवार के साथ ही ऊपर उठाना होता है। इससे आपके ब्लड सर्कुलेशन दोबारा से दिल की ओर बढ़ता है।
योग करने के अन्य फायदे
तनाव कम होता है- योग तनाव को कम करने में मदद करता है जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है।
पाचन बेहतर होता है- योग पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।
नींद बेहतर आती है- योग नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है, जिससे शरीर को आराम मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है- योग शरीर को लचीला बनाता है, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
कब योगासन नहीं करना चाहिए?
अगर आपको कोई चोट या बीमारी है तो योगासन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भावस्था के दौरान कुछ योगासन करने से बचना चाहिए।
अगर आपको कोई दिल की बीमारी है, तो योगासन करते समय सावधानी बरतें।