अगर आप भी नए साल की छुट्टियों के लिए हवाई सफर का प्लान बना रहे हैं, तो आपको नए लगेज नियमों के बारे में जानना जरूरी है। नहीं तो आपको एयरपोर्ट या फिर फ्लाइट में परेशानी हो सकती है। दरअसल, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने हैंड बैग पॉलिसी में बदलाव किया है। आइए जानते हैं कि नए नियम क्या है और उनका आप क्या असर पड़ेगा?
नई हैंड बैग पॉलिसी में क्या है?
फ्लाइट में लगेज ले जाने के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है। नए नियमों के मुताबिक, अब यात्रियों को फ्लाइट के अंदर सिर्फ एक ही हैंड बैग या केबिन बैग ले जाने की इजाजत होगी। यह नियम डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट, दोनों पर लागू होंगी। एक बैग के अतिरिक्त जो भी बैग होंगे, उनका चेक-इन कराना जरूरी है।
एयर इंडिया का हैंड बैग के लिए नियम
एयर इंडिया के यात्री प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी क्लास में 7 किलोग्राम तक वजन वाला हैंड बैग ले जा सकते हैं। इसका डायमेंशन 115 सेंटीमीटर (लंबाई + चौड़ाई + ऊंचाई) अधिक नहीं होना चाहिए। वहीं, फर्स्ट क्लास और बिजनेस क्लास के पैसेंजर्स 10 किलोग्राम तक का बैग ले जा सकते हैं। प्रत्येक यात्री केबिन बैगेज के अलावा लैपटॉप बैग या लेडीज पर्स भी ले जा सकता है। बशर्ते वह सीट के नीचे समा सके और उसका वजन 3 किलोग्राम से अधिक न हो।
एयर इंडिया की हैंड बैग के लिए गाइडलाइंस
भारतीय सुरक्षा नियमों के अनुसार, प्रत्येक यात्री केवल एक हैंड बैगेज ले जा सकता है।
अगर बैगेज का वजन या आकार तय सीमा से अधिक हुआ, तो अतिरिक्त शुल्क लगेगा।
2 मई 2024 से पहले जारी किए गए टिकटों के लिए पुराने नियम लागू होंगे।
विशेष बैगेज (जैसे संगीत उपकरण) के लिए अतिरिक्त सीट बुक की जा सकती है।
हालांकि, इसका वजन 75 किलोग्राम से अधिक न हो और वह सुरक्षित रूप से सीट पर बांधे जा सकें।
इंडिगो का हैंड बैग के लिए नियम
प्रत्येक यात्री को अधिकतम 7 किलोग्राम वजन और 115 सेंटीमीटर (लंबाई + चौड़ाई + ऊंचाई) तक का एक हैंडबैग ले जाने की अनुमति है। यात्री एक लेडीज पर्स या लैपटॉप बैग ले जा सकती हैं। लेकिन, इसका वजन 3 किलो से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसका मतलब है कि कोई महिला यात्री लेडीज पर्स के साथ लैपटॉप बैग नहीं कैरी कर सकती। अगर कोई यात्री तय वजन से ज्यादा भारी लगेज ले जाता है, तो उससे अतिरिक्त शुल्क वसूला जा सकता है।
इंडिगो का चेक-इन बैगेज के लिए नियम
घरेलू उड़ान में एक यात्री 15 किलो तक का चेक-इन बैगेज ले जा सकता है।
डबल या मल्टीसीट बुकिंग में अतिरिक्त 10 किलो बैगेज की सुविधा मिलती है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए चेक-इन बैगेज डेस्टिनेशन के आधार पर अलग-अलग है।
यह आमतौर पर 20 किलो से लेकर 30 किलो प्रति यात्री के हिसाब से तय है।
नियमों में क्यों बदलाव किया गया?
BCAS ने यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण हैंड बैग से जुड़े नियम बदले हैं। दरअसल, पिछले कुछ समय से हवाई यात्रियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। नवंबर 2024 में फ्लाइट में सफर करने वाली संख्या ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इससे एयरपोर्ट पर भी बोझ बढ़ रहा है। नए नियमों से सिक्योरिटी चेक में लगने वाले समय को भी कम किया जा सकेगा।
पहले वजन की लिमिट कितनी थी?
नियम बदलने से पहले फ्लाइट में हैंड बैग ले जाने की सीमा अधिक थी। यह न्यूनतम 8 किलो से लेकर अधिकतम 12 किलो के बीच थी। हालांकि, नियमों में बदलाव के बाद यह लिमिट घटकर मिनिमम 7 से मैक्सिमम 10 किलो तक आ गई है। पहले इकोनॉमी में 8 किलोग्राम, प्रीमियम इकोनॉमी में 10 किलोग्राम और फर्स्ट/बिजनेस क्लास में 12 किलोग्राम की सीमा थी।
सफर के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
एक यात्री अब सिर्फ एक हैंड बैग ले जा सकेगा। यह नियम घरेलू और इंटरनेशनल दोनों तरह की फ्लाइट्स के लिए होगा।
अगर आप एक से अधिक बैग ले जाएंगे, तो आपको अतिरिक्त बैग की जांच करवानी होगी।
इकोनॉमी और प्रीमियम इकोनॉमी के यात्री अधिकतम 7 किलोग्राम तक वजन का एक हैंडबैग ले जा सकेंगे।
फर्स्ट क्लास और बिजनेस क्लास वाले यात्रियों के लिए वजन की लिमिट 10 किलोग्राम तक तय की गई है।
अगर 2 मई, 2024 से पहले फ्लाइट बुक की है, तो इकोनॉमी क्लास के यात्री 8 किलो तक हैंड बैग ले जा सकते हैं।
प्रीमियम इकोनॉमी यात्री 10 किलोग्राम और फर्स्ट क्लास -बिजनेस क्लास के यात्री 12 किलोग्राम का हैंड बैग ले जा सकते हैं।
नए नियम सिक्योरिटी चेकपॉइंट्स पर यात्रियों की भीड़ को कम करने के लिए लाए गये हैं।
अगर आपका हैंड बैग तय वजन और साइज के अंदर होगा, तो आप एयरपोर्ट पर देरी और असुविधा से बच जाएंगे।