प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज (13 फरवरी) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से मुलाकात करेंगे। यह बैठक काफी अहम होने वाली है। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप कई ऐसे फैसले ले चुके हैं, जिसका असर भारत पर पड़ सकता है।
हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में अवैध तरीके से दाखिल हुए 104 प्रवासी भारतीयों को वापस भारत भेजा है। वहीं, टैरिफ को लेकर भी ट्रंप काफी कड़े फैसले ले रहे हैं।
आइए समझते हैं कि पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा बेहद अहम क्यों है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी और आव्रजन से संबंधित जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले ट्रंप प्रशासन ने स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा कर दी थी। इस फैसला का असर भारतीय स्टील कंपनियों पर भी पड़ सकता है।
भले ही इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम पर समझौता हो चुका है, लेकिन मिडिल ईस्ट में शांति कायम करने के लिए ट्रंप की भूमिका अहम होगी। वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध का असर भारत पर भी पड़ा है। दोनों नेताओं के बीच इन क्षेत्रों में शांति बहाल करने के मामले पर भी चर्चा को सकती है।
पीएम मोदी की यह यात्रा इसलिए अहम है क्योंकि वो टेस्ला के CEO एलन मस्क समेत कई दिग्गज बिजनेस लीडर्स के साथ भी मुलाकात करेंगे। ट्रंप के टैरिफ से जुड़े फैसलों को बीच भारत, अमेरिका के साथ व्यापार बढ़ाने में इच्छुक है।
हाल ही में अमेरिका ने 104 अवैध प्रवासियों को भारत भेजा है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, अमेरिका में 18 हजार से ज्यादा ऐसे भारतीय हैं, जिनके पास अवैध कागजात नहीं है। आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही अमेरिका और 800 लोगों को भारत भेज सकता है।
ट्रंप ने हाल ही में कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाया है। ट्रंप के फैसले पर तीनों देशों ने नाराजगी जाहिर की है। वहीं, चीन ने तो खुलकर इस फैसले को लेकर अमेरिका की निंदा की है। चीन और अमेरिका के रिश्तों पर भी भारत की अहम नजर रहेगी।
ब्रिक्स करेंसी मुद्दे पर भी राष्ट्रपति ट्रंप काफी भड़के हुए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत समेत सभी ब्रिक्स देशों का चेतावनी दी है कि अगर अमेरिकी डॉलर की जगह किसी वैकल्पिक करेंसी में लेन-देन करने की कोशिश की तो उन पर 100 प्रतिशत का टैक्स लगेगा। ऐसा करने वाले अमेरिकी बाजार से बाहर हो जाएंगे।
दोनों नेताओं के बीच भारत-प्रशांत क्षेत्र की समग्र स्थिति, यूक्रेन और पश्चिम एशिया के घटनाक्रम पर भी चर्चा होने की संभावना है।
राष्ट्रपति ट्रंप, पीएम मोदी से टैरिफ में और कटौती करने की मांग कर सकते हैं ताकि भारत को और वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात किया जा सके और उसके साथ उसका व्यापार घाटा कम हो सके।
प्रशांत महासागर में चीन के बढ़ते दबदबे को रोकने के लिए पीएम मोदी क्वाड को और मजबूत करने की वकालत कर सकते हैं। बता दें कि भारत को इस साल क्वाड सम्मेलन का आयोजन करना है और पीएम मोदी, ट्रंप को नई दिल्ली आने का न्योता दे सकते हैं।
व्यक्तिगत रूप से भी पीएम मोदी और ट्रंप के बीच दोस्ताना संबंध हैं, जिसका फायदा भारत उठाना चाहेगा। वहीं, आतंकवाद को लेकर भी ट्रंप काफी सख्त फैसले ले सकते हैं, जिसकी वजह से पाकिस्तान की सिरदर्दी और बढ़ने वाली है।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India