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राष्ट्रीय वन खेल प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ बना ओवर आल चैम्पियन

रायपुर 13 जनवरी।आज यहां सम्पन्न 24वीं अखिल भारतीय वन खेल प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ओवर ऑल चैम्पियन बना।छत्तीसगढ़ को 270 खेल स्पर्धाओं में कुल 161 पदक प्राप्त हुए।इनमें से 74 स्वर्ण, 54 रजत और 33 कांस्य पदक शामिल हैं।

कर्नाटक को प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।राज्य बनने के बाद पिछले 18 वर्षों में अखिल भारतीय वन खेल प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने ओवर ऑल चैम्पियन का खिताब 8वीं बार जीता है।प्रतियोगिता में 25 राज्यों, 4 केन्द्र शासित प्रदेशों तथा आठ अखिल भारतीय स्तर के वानिकी एवं जैव संबंधी संस्थानों के 2404 खिलाड़ी शामिल हुए।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस.सिंहदेव राजधानी में कोटा के स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिता के समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे।उन्होने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के वनों और वन्य जीवों के साथ-साथ जैव विविधता की धरोहर की सुरक्षा के साथ ही खेल गतिविधियों में भी बढ़-चढ़ का हिस्सा लेने पर खुशी जताई।उन्होने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में हार-जीत तो लगी रहती है, परन्तु अच्छी खेल भावना और अच्छे मन से प्रतियोगिता में शामिल होना भी हर खिलाड़ी की उपलब्धि होती है।

वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि देश और प्रदेश के विकास में वनों का विशेष महत्व होता है। वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी वनों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जिस प्रकार खेल में मेहनत, उत्साह और समर्पण की जरूरत होती है, उसी तरह वन सम्पदा और वन्य प्राणियों की सुरक्षा में भी अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए कड़ी मेहनत सबसे ऊपर होता है। श्री अकबर ने कहा कि वन खेल प्रतियोगिता में महिला प्रतिभागियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो उत्साहजनक है।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा ने सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में वनों और खेलों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री पुजारा ने कहा कि समर्पण, कड़ी मेहनत और अनुशासन का जीवन में विशेष महत्व होता है। इन तीनों गुणों से जीवन में हर परिस्थिति का सामना किया जा सकता है।राज्य शासन के वन विभाग के अपर मुख्य सचिव सी.के.खेतान ने स्वागत उद्बोधन दिया।

समापन समारोह में पंजाब और हरियाणा के बीच रस्साकशी का फायनल मुकाबला हुआ, जिसमें पंजाब की टीम विजेता बनी। समारोह में वन खेल प्रतियोगिताओं में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले सर्वश्री सत्यप्रकाश मसीह, सुधीर त्रिपाठी और संजीव सूद को उत्कृष्ट खिलाड़ी के पुरस्कार से नवाजा गया। सामूहिक स्पर्धाओं की विजेता और उप विजेता टीमों को भी समारोह में ट्रॉफी दी गई।