नई दिल्ली 14 जनवरी।मकर संक्रान्ति का पर्व आज देशभर में परम्परागत श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह सर्दियों की समाप्ति और फसलो की कटाई के पर्व के रूप में मनाया जाता है।
यह पर्व देश में अलग-अलग जगहों पर भिन्न भिन्न नामों से जाना जाता है। यह तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात में उत्तरायण, असम में भोगली बिहु और पश्चिम बंगाल में पौष संक्रान्ति के रूप में मनाया जाता है।
गुजरात में मकर संक्रान्ति का पर्व पतंग उत्सव के रूप में हर्षोल्लास और परम्परागत ढंग से मनाया जा रहा है। राज्य में यह पर्व उत्तरायण के रूप में जाना जाता है। पतंग चगाने के साथ ही लोग छतों पर ही गीत और संगीत पर नाच रहे है और पारंपरिक स्वादिष्ट व्यंजनों का मजा उठा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव समाप्त होने के साथ ही विदेशी पतंगबाज आज पुराने अहमदाबाद में पारंपरिक पतंगबाजी का मजा उठा रहे हैं।सामान्य हवा के साथ अच्छे मौसम के कारण युवाओं का पतंगबाजी का उत्साह दोगुना हो गया है। राज्य सरकार और स्वयंसेवी संगठनों ने पतंग की डोर से घायल होने वाले पक्षियों को बचाने के लिए विशेष हेल्पलाइन शुरू की है।
तेलंगाना में फसलों की कटाई के बाद तीन दिन का संक्रान्ति पर्व आज से परम्परागत और हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। तीन दिन चलने वाला यह त्यौहार गांवों और शहरों सहित समूचे तेलंगाना में अलग-अलग तरीके से मनाया जा रहा है। इस दौरान किसान अनाज की बालियां अपने घर लाते हैं और ईश्वर को समर्पित करते हैं। गांवो और कस्बों में उत्सव का माहौल है। इस त्यौहार से पवित्र उत्तरायण शुरू होता है और मकर संक्रांति के मौके पर लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि भी देते हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मकर संक्रांति, उत्तरायण और भोगाली बिहू के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मकर संक्रान्ति के अवसर पर लोगों को बधाई दी है। ट्वीट संदेश में श्री मोदी ने कहा कि प्रकृति और परम्परा का यह त्यौहार लोगों के लिए अच्छा स्वास्थ्य और जीवन में खुशहाली लाये। उन्होंने पोंगल, माघ बिहु और उत्तरायण के अवसर पर भी लोगों को बधाई दी है।